अति उच्च दाब लाइनों और सब स्टेशनों की योजना उनके निर्माण और मेंटेनेंस से संबंधित एक बेहद उपयोगी तकनीकी सेमीनार विगत दिवस मध्यप्रदेश पावर ट्रांसमिशन कंपनी मुख्यालय जबलपुर में आयोजित किया गया।
पावर सेक्टर की जानी पहचानी कंपनी “टकालकर पावर इंजीनियर्स एवं कंसलटेंट प्राइवेट लिमिटेड “के विशेषज्ञों ने इस सेमिनार को संबोधित करते हुए मध्यप्रदेश पावर ट्रांसमिशन कंपनी के इंजीनियरों को पावर सेक्टर के अति उच्च दाब निर्माण से संबंधित वर्तमान की चुनौतियों का सामना करने के विभिन्न पहलुओं पर विस्तार से चर्चा कर नई तकनीकों के बारे में जानकारी दी।
गुजरात जेटको के रिटायर्ड मुख्य अभियंता इंजीनियर एस एम टकालकर ने बताया कि वर्तमान में पावर सेक्टर में नए निर्माण के साथ पुरानी स्थापना के उन्नयन की भी एक बहुत बड़ी चुनौती है जिससे निपटने के लिए सटीक योजनाओं के साथ पावर सेक्टर में विकसित अत्याधुनिक तकनीकों को अपनाने की जरूरत है, तभी नए निर्माण के साथ पुरानी स्थापनाओं में आवश्यक उन्नयन किया जा सकेगा।
नयी तकनीक अपनाएं जाने पर जोर
विशेषज्ञों ने शहरी क्षेत्र में ट्रांसमिशन सिस्टम के विस्तार और पुराने सब स्टेशनों और ट्रांसमिशन लाइन के सुधार में भी नई तकनीक का उपयोग किए जाने पर जोर देते हुए बताया कि नई तकनीक के इस्तेमाल किए बिना पावर सेक्टर को बचाए रखना संभव नहीं होगा।
केस स्टडी के माध्यम से दी जानकारी
इस सेमिनार में नई लाइनों और नये सब स्टेशनों की डिजाइन, उनकी इंजीनियरिंग व निर्माण से संबंधित विभिन्न पहलुओं के अलावा केस स्टडी के माध्यम से अति उच्च दाब लाइनों और सब स्टेशनों में आने वाली दिक्कतों के संबंध में भी विस्तार से चर्चा की गई और उनका हल भी बताया गया।
सेमीनार में मध्यप्रदेश पावर ट्रांसमिशन कंपनी के मुख्य अभियंता संजय कुलश्रेष्ठ, राजेश श्रीवास्तव, आरएस बघेल सहित अन्य अभियंता शामिल रहे। सेमीनार के समन्वयक अधीक्षण अभियंता एससी घोष थे। सेमीनार में वीडियो लिंक के माध्यम से प्रदेश के अन्य स्थानों के वरिष्ठ इंजीनियरों ने भी हिस्सा लिया।