मप्र तृतीय वर्ग शासकीय कर्मचारी संघ के योगेन्द्र दुबे ने बिना प्रमोशन के प्रभारी के रूप में वरिष्ठ पद का काम करने वाले अधिकारियों और कर्मचारियों को अतिरिक्त वेतन ना दिये जाने को मानव अधिकार का हनन करना बताया है।
उन्होंने कहा कि बिना प्रमोशन 8 घंटे के स्थान पर 12 घंटे व अवकाश के दिवसों में भी कार्य करवाया जा रहा है, लेकिन वेतनों में कोई बढ़ोत्तरी नहीं की गई है। वरिष्ठ पद के अधिक कार्य का अधिक वेतन दिया जाना चाहिय। जिससे अधिकारी और कर्मचारी लगन से रुचि लेकर कार्य कर सकें। समान कार्य का सामान वेतन नहीं दिया जा रहा है। काम बाबू का वेतन चपरासी का यह पूरी तरह गलत है।
संघ के योगेन्द्र दुबे, अरवेंद राजपूत, अटल उपाध्याय, मिर्जा मंसूर बेग, मुकेश सिंह, आलोक अग्निहोत्री, दुर्गेश पांडे, मुकेश सिंह, सुनील राय, अजय ठाकुर, मनीष चौबे, नितिन अग्रवाल, गगन चौबे, श्याम नारायण तिवारी, मोहम्मद तारिक, धीरेंद्र सोनी, प्रणव साहू, राकेश उपाध्याय, मनोज सेन, गणेश उपाध्याय, राकेश पांडे, मनीष लोहिया, राकेश दुबे, मनीष शुक्ला ,सुधेश पांडे, जय प्रकाश गुप्ता, नितिन शर्मा, विनय नामदेव, शुभ सन्देश सिंगौर,आदित दिक्षित, देवदत्त शुक्ला, सोनल दुबे, बृजेश गोस्वामी, अभिषेक मिश्रा, राजकुमार सिंह, मुकेश रजक, अनुराग मिश्रा, प्रियांशु शुक्ला, संतोष तिवारी, महेश् कोरी, विष्णु पांडे, आशुतोष द्विवेदी, मंयक कुशवाहा, मनोज विश्वकर्मा, विजय कोष्टी, अब्दुल्ला चिश्ती, संतोष काबेरिया, मनोज पाटकर ने मुख्यमंत्री से मांग कि है कि कार्य के अनुसार प्रभारियों को अतिरिक्त मानदेय दिया जाये।