मध्य प्रदेश लघु वेतन कर्मचारी संघ जिलाध्यक्ष रवि कांत दहायत ने जारी विज्ञप्ति में बताया है कि नेताजी सुभाष चंद्र बोस मेडिकल कॉलेज में पदस्थ चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों की समस्याओं को लेकर प्रांतीय महामंत्री अजय कुमार दुबे के नेतृत्व में संभागायुक्त को आयुक्त चिकित्सा शिक्षा के नाम ज्ञापन सौंपा गयाम
जिसमें कहा गया है कि मध्य प्रदेश के चिकित्सा शिक्षा विभाग में चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों के साथ पदोन्नति को लेकर हो रहे भेदभाव से कर्मचारियों में भारी रोष व्याप्त है। वहीं संस्था के अन्य सभी संवर्ग के कर्मचारियों को पदोन्नति का लाभ दिया जा चुका है, इसी तरह वर्ष 2015 में व्यापमं के माध्यम से नियुक्त हुए कर्मचारियों के साथ स्थानीय प्रशासन की गलतियों के कारण लगभग 20 कर्मचारियों को कंटजेंसी के पद पर नियुक्त कर दिया गया जो कि नियम विरुद्ध था।
व्यापमं के द्वारा जारी किए गए परिपत्रों में उपरोक्त पद में जो वेतनमान दर्शाए गए थे, उससे विपरीत जाकर स्थानीय प्रशासन कि कार्यालय द्वारा उनकी नियुक्तियों में भारी अनियमितता की गई है। संघ ने निरंतर शासन प्रशासन से पत्राचार किया। जिस पर संचालक चिकित्सा शिक्षा भोपाल में संभाग आयुक्त जबलपुर की अध्यक्षता में कमेटी गठित कर सात दिवस में प्रतिवेदन चाहा गया था, किंतु किसी भी प्रकार निराकरण नहीं हुआ। आज आयुक्त चिकित्सा शिक्षा के नाम पर संभाग आयुक्त को ज्ञापन सौंपा गया है।
संघ ने चेतावनी दी है कि अगर हमारी मांगे पूरी नहीं हुई तो चिकित्सा शिक्षा विभाग के कर्मचारियों द्वारा व्यापक आंदोलन किया जाएगा। ज्ञापन के दौरान विपिन पीपरे, सहदेव रजक, राजेंद्र चतुर्वेदी, रविंद्र राय, राजकुमार केवट, वेदनाथ अय्यर, सुनील पाठक, मयंक श्रीवास्तव, अनुपमा तिवारी, दीपिका अग्रवाल, गणेश अहिरवार, देवेंद्र अहिरवार, आरती कदम आदि उपस्थित रहे।