मध्यप्रदेश पावर ट्रांसमिशन कंपनी ने टीकमगढ़ जिले के दिगौड़ा 132 केवी सब-स्टेशन में 50 एमव्हीए क्षमता का एक अतिरिक्त पावर ट्रांसफार्मर को स्थापित कर जिले की पारेषण क्षमता में उल्लेखनीय बढ़ोत्तरी की है। इस नये 50 एमवीए क्षमता के पावर ट्रांसफार्मर उर्जीकृत होने से जहाँ 132 केवी सब-स्टेशन दिगौड़ा की स्थापित ट्रांसफार्मेशन क्षमता बढ़कर 90 एमवीए की हो गई है, वहीं इस क्षमता वृद्धि के कारण क्षेत्र के उपभोक्ताओं को गुणवत्तापूर्ण सतत् विद्युत उचित वोल्टेज स्तर पर प्राप्त हो सकेगी।
मध्यप्रदेश पावर ट्रांसमिशन कंपनी के परीक्षण एवं संचार वृत सागर के अतिरिक्त मुख्य अभियंता इंजीनियर भीकम सिंह ने बताया कि टीकमगढ़ जिले में मध्यप्रदेश पावर ट्रांसमिशन कंपनी 220 केवी के एक सब-स्टेशन तथा 132 केवी के चार सब-स्टेशनों के माध्यम से विद्युत पारेषण करती है। टीकमगढ़ के 220 केवी सब-स्टेशन की क्षमता 320 एमवीए (220 केवी साइड) तथा 60 एमवीए (132 केवी साइड) है।
इसके अलावा 132 केवी सब-स्टेशन टीकमगढ़ की क्षमता 60 एमवीए, 132 केवी सब-स्टेशन बुढै़रा की क्षमता 90 एमवीए, 132 केवी सब-स्टेशन जतारा की 83 एमवीए तथा 132 केवी सब-स्टेशन दिगौड़ा की क्षमता बढ़कर 90 एमवीए की हो गई है। टीकमगढ़ जिले में पहला अति उच्चदाब का सब-स्टेशन 1980 में स्थापित हुआ था। उस समय उसकी क्षमता 125 एमवीए की थी। अब ट्रांसफार्मेशन क्षमता बढ़कर 703 एमवीए की हो गई है।
दिगौड़ा 132 केवी सब-स्टेशन से 33 केवी के चार फीडरों के माध्यम से दिगौड़ा क्षेत्र के दिगौड़ा, मोहनगढ़, कुर्रई एवं लिधौरा 115 गाँवों के एक लाख 60 हजार से अधिक उपभोक्ताओं को विद्युत आपूर्ति की जाती है। इस सब-स्टेशन से नयाखेरा क्षेत्र के लिए भी एक 33 केवी का फीडर तैयार किया जा रहा है। अतिरिक्त नया ट्रांसफार्मर सागर परीक्षण एवं संचार वृत्त के अंतर्गत टीकमगढ़ परीक्षण संभाग द्वारा स्थापित किया गया है।