बिजली अधिकारियों एवं कर्मचारियों के साथ उपभोक्ता द्वारा अभद्रता और मारपीट की घटनाओं में लगातार इजाफा हो रहा है। वहीं ऐसे मामलों में आरोपियों पर सख्त कार्यवाही नहीं होने से विद्युत कर्मियों का मनोबल भी गिर रहा है। इन परिस्थितियों में बिजली अधिकारियों एवं कर्मचारियों को दोहरी मुश्किल का सामना करना पड़ रहा है। विद्युत कार्मिकों पर एक ओर जहां कंपनी प्रबंधन का दबाव है, वहीं दूसरी ओर उन्हें असामाजिक तत्वों का डर भी है।
जानकारी के अनुसार मध्य प्रदेश पूर्व क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी के गाडरवाड़ा में बकाया बिजली बिल की वसूली के लिए उपभोक्ता के यहां पहुंची बिजली विभाग की टीम के साथ उपभोक्ता ने अभद्रता करते हुए जान से मारने की धमकी दी और जप्त किया हुआ सामान भी छीन लिया। कनिष्ठ अभियंता (ग्रामीण) मोनिका नामदेव ने पुलिस थाने में दर्ज अपनी रिपोर्ट में बताया कि वे लाईन स्टाफ लाईनमेन राहुल रघुवंशी एवं ड्राईवर सुनील नागवंशी के साथ शासकीय वाहन से बकाया राशि वसूली हेतु ग्राम खुर्सीपार गये हुये थे।
जहां उपभोक्ता श्रीमति कलाबाई पति खेमचंद कौरव निवासी खुर्सीपार के नाम से खेत की सिंचाई का विद्युत पंप के बिजली बिल की बकाया राशि 52,448 रुपए का भुगतान नहीं करने के कारण एवं पूर्व में कई बार सूचना एवं नोटिस देने के उपरांत भी उक्त बकाया बिजली बिल नहीं जमा किया। इसलिये कार्यवाही के दौरान 6 नग PVC पाईप, 50 फिट डोरी जस की गयी। जप्ती करने के बाद वापस कार्यालय गाडरवारा की ओर आते समय कलाबाई कौरव के खेत के पास रास्ते में गिरजाशंकर (गुड्डू) पिता खेमचंद कौरव निवासी खुर्सीपार एवं अरविन्द पिता खेमचंद कौरव निवासी खुर्सीपार के द्वारा वाहन को रोककर गंदी-गंदी गालियां देते हुये गाड़ी से जप्त किये गये पाईप और डोरी जबरन निकाल लिये।
जेई मोनिका नामदेव ने बताया कि आरोपी मेरे, राहुल रघुवंशी लाईनमेन, ड्राईवर सुनील नागवंशी एवं देवेन्द्र कौरव निवासी कामती के द्वारा समझाने पर भी नहीं माने और जप्ती पाईप एवं डोरी लेकर चले गये। जाते समय बोल रहे थे कि दोबारा खेत में आये तो जान से खतम कर देंगे। गिरजाशंकर कौरव और अरविन्द कौरव द्वारा शासकीय कार्य में बाधा डालते हुये, रास्ता रोककर गंदी-गंदी गालियां देते हुये जप्त किया गया सामान पाईप और डोरी गाड़ी से निकाल ले गए।