मध्य प्रदेश की बिजली कंपनियों में कार्यरत आउटसोर्स कर्मी लगातार शोषण का शिकार हो रहे हैं। प्रदेश के कटनी जिले में ट्रिग डिडेक्टिवे प्राइवेट लिमिटेड कंपनी के अंडर पदस्थ 505 कुशल अर्धकुशल तथा अकुशल कर्मचारी जो सब-स्टेशन, ऑपरेटर, लाइन मेंटेनेंस व मीटर रीडिंग का कार्य कर रहे हैं, इन कर्मियों का 1 अप्रैल 2021 से ठेका कंपनी के साथ अनुबंध हुआ था। लेकिन ठेका कंपनी के द्वारा किसी भी कर्मचारी का सुरक्षा निधि व ईपीएफ जमा नहीं किया गया है, जबकि कर्मियों के वेतन से पीएफ फंड का पैसा हर माह काटकर ही पेमेंट दी जाती थी।
कर्मियों को पीएफ फंड जमा नहीं करने के कारण 10 नवम्बर 2021 को ट्रिग कंपनी का ठेका निरस्त कर ब्लैकलिस्ट कर दिया गया और अभी 7 माह से सभी आउटसोर्स कर्मचारियों के वेतन का भुगतान बिजली विभाग द्वारा किया जा रहा है, पर विभाग के द्वारा भी पीएफ जमा नहीं किया जा रहा है। आउटसोर्स कर्मचारियों का 11 माह का ईपीएफ जमा नहीं किया गया है और सब-स्टेशन पर कार्य कर रहे कर्मचारियों से महीने के 30 दिन कार्य कराया जाता है और वेतन 26 दिन का ही दिया जाता है। जिसकी जानकारी आउटसोर्स कर्मचारियों द्वारा कई बार जिला कलेक्टर कार्यालय, विभाग के अधीक्षण अभियंता व जिला श्रम पदाधिकारी को दी थी।
आउटसोर्स कर्मियों की समस्या का निराकरण न होने के कारण कर्मियों ने क्षेत्रीय भविष्य निधि आयुक्त विजयनगर जबलपुर व मप्र पूर्व क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी लिमिटेड के प्रबंध संचालक जबलपुर को ज्ञापन देकर मप्र बिजली आउटसोर्स कर्मचारी संगठन की जिला इकाई कटनी के संगठन प्रतिनिधियों के द्वारा बिजली आउटसोर्स कर्मचारियों की समस्याओं से अवगत कराया गया।
इसके अलावा आउटसोर्स कर्मियों ने कमिश्नर से विधिवत चर्चा की गई। कमिश्नर ने पीएफ जैसी गम्भीर समस्याओं को अधिकतम 60 दिन के अंदर निराकरण करने का ठोस आश्वासन दिया है और पीएफ जमा ना होने की स्थिति में ठोस कार्यवाही सुनिश्चित करने का भ्ज्ञी आश्वासन दिया है। इस अवसर पर जिला इकाई कटनी के जिला अध्यक्ष सतीश साहू, जिला उपाध्यक्ष वीरेंद्र सिंह, जिला सचिव श्रीकांत परौहा, जिला प्रभारी संदीप रजक, मीडिया प्रभारी कृष्णा सोनी व संदीप कुशवाहा उपस्थित रहे।