मप्र तृतीय वर्ग शासकीय कर्मचारी संघ ने जारी विज्ञप्ति में बताया कि भारत का सबसे बडा त्यौहार होली महापर्व 18 मार्च को है। संस्कारधानी जबलपुर तथा आस-पास के क्षेत्रों में महापर्व होली 5 दिनों तक मनाने की संस्कृति तथा परम्परा है। इसी जनभावनाओं के दृष्टिगत विगत कई वर्षो से होली के दूसरे दिन स्थानीय अवकाश घोषित रहता था, जिसके तहत राज्य शासन के शासकीय कार्यालयों एवं विद्यालयों में अवकाश रहता है।
इस वर्ष संयोग से होली महापर्व का दूसरा दिन 19 मार्च 2022 माह के तृतीय शनिवार को पड़ रहा है और शनिवार को प्रदेश के सभी शासकीय कार्यालयों में अवकाश रहता है, जिस कारण जिला स्तर से होली के दूसरे दिन का स्थानीय अवकाश घोषित नहीं हुआ है। बच्चों की मौज-मस्ती के इस त्यौहार के आने के पूर्व से ही छात्रों की उपस्थिति बहुत कम हो जाती है, शालाओं में छात्र-छात्राओं की पूर्ण उपस्थिति भाई दोज के बाद ही प्रारंभ होती है। इस वर्ष शालाओं में होली के दूसरे दिन का अवकाश घोषित न होने से छात्र-छात्राओं के साथ शिक्षकों में भी निराशा है।
संघ के योगेन्द्र दुबे, मनोज राय, रामेश्वर दुबे, मुकेश सिंह, मंसूर बेग, नादिर कुरैशी, दीपक पटैल, रमेश साहू, अरविन्द चौबे, सौरभ तिवारी, प्रियांशु शुक्ला, राजेश दुबे, राजेश झारिया, जितेन्द्र नामदेव, ऋषभ घनघौरिया, मनीष लोहिया, महेश कोरी, मनीष शुक्ला, विनय नामदेव, मनोज पाटकर, संतोष कावेरिया, विजय कोष्टी, धीरेन्द्र सोनी, मो. तारिक, अब्दुल्ला चिश्ती आदि ने आयुक्त लोक शिक्षण भोपाल से मांग की है कि प्रदेश की शालाओं में होली के दूसरे दिन 19 मार्च शनिवार का विशेष अवकाश घोषित किया जाये।