मध्य प्रदेश में अघोषित बिजली कटौती से परेशान जबलपुर के किसानों ने बिजली कंपनी प्रबंधन को चेतावनी देते हुए कहा है कि बिजली आपूर्ति में शीघ्र सुधार किया जाए, अन्यथा किसान सड़क पर उतर कर अधिकारियों का विरोध करेंगे। जबलपुर रीजन के मुख्य अभियंता आरके स्थापक को किसानों ने ज्ञापन सौंपते हुए स्पष्ट तौर पर एक स्वर में कहा कि यदि दो-तीन दिन में ग्रामीण क्षेत्र में विद्युत प्रदाय व्यवस्था में सुधार नही हुआ तो किसान सड़कों में उतरकर कर तीव्र विरोध करने मजबूर होंगें। शक्ति भवन का घिराव भी किया जाएगा।
भारत कृषक समाज के केके अग्रवाल ने बताया कि जबलपुर रीजन के मुख्य अभियंता के कार्यालय में 2 घंटे चली बैठक में जिले की विभिन्न तहसीलों व क्षेत्रों से पधारे किसान प्रतिनिधियों ने उन्हें विद्युत आपूर्ति की मैदानी वस्तुस्थिति से अवगत कराते हुए ग्रामीण क्षेत्र की विद्युत सप्लाई शीघ्र दुरुस्त करने की मांग की।
सीई आरके स्थापक ने इस पर गंभीरता से संज्ञान में लेते हुए इस दिशा में कंपनी द्वारा किये जा रहे प्रयासों की जानकारी देते हुए बताया कि अचानक बिजली की मांग बढ़ जाने व डिमांड तथा सप्लाई में भारी अंतर आने के कारण बिजली की उपलब्धता अनुसार वितरण व्यवस्था के चलते यह स्थिति निर्मित हुई है। उन्होंने इसमें शीघ्र सुधार का आश्वासन दिया।
बैठक में विद्युत की क्षेत्रीय समस्यायों के समाधान के लिए इसी सप्ताह जिले के कार्यपालन यंत्रियों, सहायक यंत्रियों की किसान प्रतिनिधियों के साथ सामूहिक बैठक आयोजित करने का निर्णय लिया गया।
बैठक में भारत कृषक समाज के केके अग्रवाल, जेआर गायकवाड़, रूपेंद्र पटेल, अविनाश राय, रमेश नावेरिया, गोकुल पटेल, सीएल शर्मा, रामकिसन पटेल, उमाशंकर पटेल, पवन जैन, मुन्नालाल पटेल, किसान सेवा सेना के डॉ आरएम पटेल, जितेंद्र देसी, जयप्रकाश पटेल, महेंद्र पटेल, सुरेश पटेल, देवेंद्र पटेल, केशव पटेल, इंद्र कुमार पटेल आदि कृषक प्रतिनिधि उपस्थित थे।