सुप्रसिद्ध संतूर वादक और संगीतकार पंडित शिवकुमार शर्मा का आज सुबह मुम्बई में दिल का दौरा पडने से निधन हो गया। वे 84 वर्ष के थे और पिछले छह महीने से किडनी की समस्या से जूझ रहे थे। 13 जनवरी 1938 में जन्मे पंडित शिवकुमार ने पांच वर्ष की आयु में तबला बजाना और तेरह वर्ष की आयु में संतूर वादन शुरू कर दिया था।
पंडित शिव कुमार शर्मा को वर्ष 1986 में संगीत नाटक अकादमी पुरस्कार, 1991 में पद्मश्री और 2001 में पद्म विभूषण पुरस्कार से सम्मानित किया गया था। उन्होंने जाने-माने बांसुरी वादक हरीप्रसाद चौरसिया के साथ मिलकर ‘सिलसिला’, ‘लम्हे’ और ‘चांदनी’ जैसी फिल्मों में संगीत दिया था।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पंडित शिवकुमार शर्मा के निधन पर शोक व्यक्त किया है। पीएम मोदी ने कहा कि शिवकुमार शर्मा जी के निधन से हमारी सांस्कृतिक विरासत को बड़ा नुकसान पहुंचा है। उन्होंने संतूर को वैश्विक स्तर पर लोकप्रिय बनाया था। उनका संगीत आने वाली पीढ़ियों को भी प्रेरित करता रहेगा। मैं उनके साथ अपनी मुलाकात को याद करता हूं। उनके परिवार और उन्हें चाहने वालों को ईश्वर यह दुख सहने की शक्ति दे। ओम शांति।’