मध्य प्रदेश विद्युत मंडल तकनीकी कर्मचारी संघ के प्रांतीय महासचिव हरेंद्र श्रीवास्तव ने बताया कि 3 जून 2022 को जबलपुर डिविजन ग्रामीण के अंतर्गत चरगवां डीसी में कार्यरत संविदा कर्मी पुरुषोत्तम परस्ते उम्र 42 वर्ष को जूनियर इंजीनियर के द्वारा 11 केवी लाइन का फाल्ट सुधारने का कार्य दिया गया था। इसके बाद संविदा कर्मी दिए गए कार्य को खत्म कर लौट रहा था। रात लगभग 8 बजे घुड़की गांव के पास तेज रफ्तार से आ रही फोर व्हीलर गाड़ी ने संविदा कर्मी पुरुषोत्तम परस्ते को जोरदार टक्कर मार दी, जिसकी वजह से उसके सिर पर गंभीर चोट पहुंची। उसके सहयोगियों के द्वारा कर्मी को डॉक्टर के पास ले जाया गया, जहां डॉक्टर के द्वारा उसे मृत घोषित कर दिया गया।
हरेंद्र श्रीवास्तव का कहना है कि संविदा कर्मी पूर्व क्षेत्र कंपनी में लगभग 10 वर्षों से नौकरी कर रहा था। वह अपने परिवार में पत्नी एवं दो छोटे-छोटे बच्चों को छोड़ गया है। संविदा कर्मी के अनुबंध के अनुसार उसकी पत्नी को अनुकंपा नियुक्ति नहीं मिलेगी, वहीं जिस तरह आम आदमी की मृत्यु पर 4 लाख रुपये दिए जाते हैं, उसी प्रकार से उसकी पत्नी को भी 4 लाख रुपया सहायता राशि दे दी जावेगी।
उन्होंने कहा कि संघ द्वारा मध्य प्रदेश राज्य विद्युत मंडल की सभी उत्तरवर्ती कंपनियों के प्रबंधन से अनेक बार मांग की गई कि संविदा कर्मचारियों की मृत्यु होने पर 20 लाख रुपया दिए जाएं एवं 5 लाख रुपये के कैशलेस स्वास्थ्य बीमा की सुविधा दी जावे। इस विषय को बहुत ही गंभीरता को लेते हुए संघ द्वारा प्रबंधन से कई बार चर्चा की गई थी, मगर इस बात पर बहुत दुख है कि आज तक कंपनी प्रबंधन के द्वारा किसी भी प्रकार की कोई कार्यवाही नहीं की गई।
संघ के हरेंद्र श्रीवास्तव, मोहन दुबे, राजकुमार सैनी, रमेश रजक, केएन लोखंडे, एसके मौर्य, जेके कोस्टा, अजय कश्यप, राम शंकर, ख्यालीराम, टी डेविड, अरुण मालवीय, इंद्रपाल सिंह, सुरेंद्र मेश्राम, आजाद सखवार, लखन सिंह राजपूत, मदन पटेल, दशरथ शर्मा, शशि उपाध्याय, महेश पटेल, अमीन अंसारी आदि के द्वारा पूर्व क्षेत्र कंपनी प्रबंधन से मांग की गई है कि संविदा कर्मी के परिवार के आश्रित सदस्य को तत्काल अनुकंपा नियुक्ति दी जावे।