मप्र पूर्व क्षेत्र विद्युत वितरण कम्पनी के जबलपुर सिटी सर्किल के अंतर्गत दक्षिण संभाग में दो हजार बिजली उपभोक्ताओं को सेवा प्रदान करने के लिए सिर्फ एक लाइनमैन है। उल्लेखनीय है की दक्षिण संभाग में ही प्रदेश की चार बिजली कंपनियों का मुख्यालय शक्तिभवन स्थित है, जिसके चलते बड़ी संख्या में विद्युत कार्मिक यहां निवास करते हैं, लेकिन कंपनी आम उपभोक्ताओं को छोड़ो, अपने ही कार्मिकों को सिटीजन चार्टर के अनुसार सेवा प्रदान नहीं कर पा रही है।
मध्य प्रदेश विद्युत मंडल तकनीकी कर्मचारी संघ के प्रांतीय महासचिव हरेंद्र श्रीवास्तव ने बताया कि दक्षिण संभाग में सिर्फ 49 नियमित एवं संविदा लाइनमैन हैं और इनके भरोसे एक लाख उपभोक्ता की जिम्मेदारी है। इसके अलावा इस संभाग में 33*11 केवी के 18 सब-स्टेशन हैं। ट्रांसफार्मर्स की संख्या 1490 है। 33 केवी की लाइन 123 किलोमीटर है। 11 हजार केवी की लाइन 352 किलोमीटर है। एलटी लाइन 850 किलोमीटर है। सिटी सर्किल में सबसे बड़ा संभाग दक्षिण संभाग है, जिसमें 200 नियमित तकनीकी कर्मचारियों की अति आवश्यकता है।
हरेंद्र श्रीवास्तव ने बताया कि इन्हीं समस्याओं को लेकर दक्षिण संभाग के कार्यपालन अभियंता नवनीत राठौर से तकनीकी कर्मियों की लंबित समस्याओं के निराकरण के लिए चर्चा की गई। तकनीकी कर्मियों के लिए सुरक्षा उपकरण जैसे डिस्चार्ज रॉड, ऑपरेटिंग रॉड, डीओ फ्यूज, बांस की सीढ़ी आदि पर्याप्त मात्रा में नहीं है, तत्काल उपलब्ध कराने का अनुरोध किया गया।
कार्यपालन अभियंता ने आश्वासन दिया कि नियमित कर्मी एवं संविदा कर्मी को 2 लीटर पानी की बॉटल एवं वर्दी खरीदने के लिए पैसे दिए जाएंगे। पुरवा उप संभाग में अधिकारी एवं कर्मचारियों के लिए पानी की व्यवस्था नहीं है, तत्काल कराई जाएगी। साथ ही बिलहरी एवं पुलीपाथर पुरवा में पोल नंबर डलवाए जाएंगे। घर के अंदर लगे मीटर बाहर निकाले जाएंगे। लंबित एक्स्ट्रा वेजेस, नाइट अलाउंस, जो तकनीकी कर्मचारियों को नहीं दिए गए हैं, उन पर शीघ्र कार्यवाही की जावेगी। डिस्ट्रीब्यूशन बॉक्स जो खराब हो गए हैं, उनको बदली किया जाएगा, इसके लिए पूर्व क्षेत्र कंपनी प्रबंधन को लिखा गया है। इस अवसर पर संघ के प्रांतीय महासचिव हरेंद्र श्रीवास्तव, राजकुमार सैनी, शशि उपाध्याय, विनोद दास, अरुण मालवीय, जानकी प्रसाद त्रिपाठी, मोती लाल बुनकर आदि उपस्थित रहे।