सरकार ने देश में पहली बार 2500 सरकारी भवनों में सुपर-सक्षम एयर एंडीशनर (एसी) लगाने का निर्णय लिया है। पूर्वी दिल्ली में परम्परागत रोशनी को बदलकर एलईडी रोशनी लगाए जाने के अवसर पर पर्यावरण, वन तथा जलवायु परिवर्तन, विज्ञान और प्रौद्योगिकी तथा पृथ्वी विज्ञान मंत्री डॉ. हर्ष वर्धन ने कहा कि एक लाख परम्परागत एयर एंडीशनरों को बदलकर सुपर-सक्षम एयर कंडीशन लगाए जाएंगे जो बिजली की खपत 30 प्रतिशत कम करेंगे और पर्यावरण अनुकूल होंगे। डॉ. हर्ष वर्धन ने कहा कि बिजली सक्रियता की ओर बढ़ने के सरकार के संकल्प को देखते हुए 2030 तक सभी आटोमोबाइल को इलेक्ट्रिक वाहन में बदल दिया जाएगा।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री की मिशन नवाचार योजना के अंतर्गत सरकारी और निजी एजेंसियों दोनों द्वारा देश में 88 करोड़ से अधिक एलईडी बल्ब बांटे गए हैं। 2014 में बल्ब का खरीद मूल्य 310 रुपये था जबकि आज यह 70 रुपये मूल्य पर खरीदा जाता है। भारत ने 2022 तक 175 गीगावाट ऊर्जा, पवन तथा बायोमास बिजली बनाने, 2030 तक 2005 तक के स्तरों से उत्सर्जन तीव्रता 33-35 प्रतिशत कम करने, 2030 तक 2.5 के तीन बिलियन टन कार्बन डाईआक्टसाइड का अतिरिक्त कार्बन सिन्क बनाने तथा 2030 तक गैर-जीवाश्म आधारित ऊर्जा स्रोतों से 40 प्रतिशत बिजली उत्पादन का संकल्प व्यक्त किया है।