महाराष्ट्र की बिजली कंपनियों के निजीकरण के विरोध में कर्मचारी संगठनों ने आज बुधवार से 72 घंटे की हड़ताल का आह्वान किया है। जिसके बाद आज सुबह से ही मुंबई, नागपुर, पुणे में लाखों लोगों को बिजली गुल की समस्या का सामना करना पड़ रहा है। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार ऐसी चर्चा है कि अडानी ग्रुप महाराष्ट्र की सरकारी बिजली वितरण कंपनियों का अधिग्रहण कर सकता है, जिसे लेकर कर्मचारी संगठनों में भरी रोष है और वे केंद्र सरकार की नीति के खिलाफ महाराष्ट्र के विभिन जगहों पर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। महाराष्ट्र स्टेट इलेक्ट्रिसिटी डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी लिमिटेड (महावितरण), महाराष्ट्र स्टेट इलेक्ट्रिसिटी ट्रांसमिशन कंपनी लिमिटेड (महापारेषण) और महाराष्ट्र स्टेट इलेक्ट्रिसिटी जनरेशन कंपनी लिमिटेड (महानिर्मिती) राज्य के स्वामित्व वाली बिजली कंपनियां हैं।
गौरतलब है कि कल मंगलवार को महाराष्ट्र में सार्वजनिक क्षेत्र की तीनों विद्युत कंपनियों के कर्मचारी संगठनों ने निजीकरण के विरोध में बुधवार से 72 घंटे की हड़ताल पर जाने की चेतावनी दी थी। कर्मचारी संगठनों का आरोप है कि जल्द ही अडानी ग्रुप बिजली कंपनी का अधिग्रहण कर सकता है। कर्मचारी संगठन के एक पदाधिकारी ने कहा कि प्रदर्शनकारी कर्मियों की एक बड़ी मांग यह है कि अडानी ग्रुप की सहायक कंपनी को पूर्वी मुंबई के भांडुप, ठाणे और नवी मुंबई में मुनाफा कमाने के लिए समानांतर वितरण लाइसेंस नहीं दिया जाए।
वहीं मीडिया रिपोर्ट में कहा गया है कि राज्य की बिजली कंपनियों के कर्मचारियों के 31 संगठनों ने हड़ताल पर जाने का फैसला किया है। बिजली कंपनी के कर्मचारियों की मांगों के संबंध में उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने आज बुधवार 4 जनवरी को दोपहर 1 बजे एक बैठक बुलाई है। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार विद्युत कंपनियों की कार्य समिति महाराष्ट्र राज्य कर्मचारी, अधिकारी एवं अभियंता संघर्ष समिति ने हड़ताल पर जाने का निर्णय लिया है। यूनियनो ने मांग की है कि सरकार जल्द से जल्द सरकारी बिजली कंपनियों के निजीकरण का फैसला वापस ले। महाराष्ट्र स्टेट इलेक्ट्रिसिटी वर्कर्स फेडरेशन के महासचिव कृष्ण भोईर ने कहा कि चालकों, वायरमैन, अभियंताओं और अन्य कर्मचारियों की 30 से अधिक यूनियन सरकारी विद्युत कंपनियों के निजीकरण के प्रयास को विफल करने के लिए एकसाथ आये हैं।
इस बीच बिजली सप्लाई के संकट को लेकर नागरिकों की चिंता को देखते हुए महाराष्ट्र स्टेट इलेक्ट्रिसिटी बोर्ड के डायरेक्टर विश्वास पाठक ने एक ट्वीट कर कहा है कि हड़ताल की वजह से जनता को घबराने की जरूरत नहीं है। बिजली कर्मचारी हड़ताल को लेकर अपनी भूमिका में बदलाव लाएंगे, इसका पूरा विश्वास है। वरना वैकल्पिक व्यवस्था होने की वजह से बिजली आपूर्ति में कोई बाधा नहीं आएगी। इसलिए इस बात को लेकर बिजली ग्राहकों को ज्यादा चिंता करने की जरूरत नहीं है।