मप्र तृतीय वर्ग शासकीय (शिक्षक-अध्यापक महिला प्रकोष्ठ) एवं मप्र अधिकारी कर्मचारी महागठबंधन के संयुक्त तत्वाधान में आज मातृशक्तियों द्वारा पुलिस अधीक्षक जबलपुर के नाम मुख्यालय डीएसपी तुषार सिंह को ज्ञापन सौंपा और मांग की गई कि पीड़ित महिला कर्मचारी को न्याय दिलाया जाये। पीड़िता एवं उसके परिवार को सुरक्षा प्रदान की जाये और हमालवरो की 5 दिन के अंदर गिरफ्तारी करने की मांग की गई, नहीं तो मातृशक्तियों द्वारा जनआंदोलन होगा।
संघ ने पुलिस अधीक्षक को बताया कि श्रीमती ममता धनोरिया जो कि मप्र तृतीय वर्ग शासकीय कर्मचारी संघ की संभागीय अध्यक्ष हैं, के साथ विगत दिवस उनके कार्यालय में मारपीट की गई और धक्का-मुक्की और जान से मारने की धमकी दी गई, किन्तु पुलिस ने उचित धाराएं न लगाकर पीड़िता के साथ अन्याय किया है। महिला कर्मचारी को सिर के बल गिरा दिया गया, जिससे वह मूर्छित अवस्था में आ गई, तत्काल कार्यालय के अन्य अधिकारियों और कर्मचारियों के द्वारा पीड़ित महिला कर्मचारी श्रीमती ममता धनोरिया को जबलपुर अस्पताल में भर्ती कराया गया। उसके बाद पीड़ित महिला कर्मचारी के उपर दबाव बनाया जा रहा है कि वह अपना केस वापिस ले ले और उसके साथ उसके परिवार को हमलावरों द्वारा जान से मारने की धमकी दी जा रही है।
वहीं संघ ने आरोप लगाया कि ओमती थाना द्वारा पीड़ित महिला द्वारा लिखाई गई रिपोर्ट पर धारायें कम लगाई गई हैं, जिससे हमलावरों के हौसले बुलन्द है। हमलावर महिला की सहकर्मी द्वारा अजाक थाने में पीड़ित महिला श्रीमती ममता धनोरिया के विरूद्ध एफआईआर कराने की कोशिश की गई, जबकि हमलावर के विरुद्ध जाति प्रमाण पत्र की जांच चल रही है। इसलिए पीड़ित महिला कर्मचारियों द्वारा अजाक थाना प्रभारी को भी ज्ञापन देकर मांग की गई है कि इस मामले की निष्पक्ष जांच की जाये और जिनके जाति प्रमाण पत्र की जांच चल रही है, उसकी अजाक थाने में एफआईआर या शिकायत दर्ज नहीं की जाये।
संघ की सीमा सिंह, संध्या अवस्थी, माया यादव, अदिति दुबे, अंजू मुंशी उपाध्याय, पूनम बर्मन, लक्ष्मी कोरी, नीना निश्चल, अनीता यादव, दया पोददार, सरोज चौहान, मोनिका साहू, वर्षा सिंह, रेणुका मंजु उपाध्याय, हेमा रैकवार, सुषमा खोगडे, भवना तिवारी, सुनिता रैकवार, बबीता धनोरिया, मोनिका नामदेव, स्मिता यादव, संगीता यादव, मीना यादव, अंजली वर्मा, सोनिया ब्रम्हाण, ज्योति यादव, नंदनी गोदिया, कौशल विश्वकर्मा, यशोदा रैकवार, नयनसी जैन, आफरीन शेख, पूजा बर्मन आदि ने पुलिस अधीक्षक से मांग की है कि हमलावरों की 5 दिन में गिरफ्तारी की जाये और पीड़िता को संरक्षण प्रदान किया जाये, नहीं तो मातृशक्ति जन आंदोलन करने सड़कों पर उतरेगी।