मध्य प्रदेश के सागर जिले में बकाया बिजली बिल की वसूली के लिए कुर्की करने पहुंचे मध्य प्रदेश पूर्व क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी के दो लाइनमैन को निलंबित किया गया है और दो आउटसोर्स कर्मियों पर कार्यवाही करते हुए उन्हें नौकरी से हटा दिया गया है। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार बहू के बकाया बिजली बिल की वसूली करने पहुंचे बिजली कर्मियों ने सास के सामान की कुर्की कर ली। वहीं कुर्की करने पहुंचे विद्युत कर्मियों के द्वारा महिला से अशोभनीय व्यवहार किए जाने का वीडियो सोशल मीडिया में तेजी से वायरल हो रहा था, जिसके बाद प्रशासन के द्वारा सख्त कार्यवाही की गई है।
वायरल वीडियो के आधार पर विभाग के 2 कर्मचारियों को निलंबित कर दिया गया है। दो आउटसोर्स कर्मचारियों की सेवाएं समाप्त कर दी गई, जबकि एक कर्मचारी के ऊपर देवरी थाने में मामला भी दर्ज कर उसे हिरासत में लिया गया है। बताया जा रहा है कि शनिवार को बिजली विभाग के कर्मचारी नोटिस देने के बाद वसूली करने देवरी के कौशल किशोर वार्ड में पहुंचे थे। जहां महिला के घर के दरवाजे खोलकर उसके अंदर घुसकर उसमें से पलंग सोफा सेट सहित अन्य सामान उठाकर अपने साथ ले जा रहे थे। जब महिला ने यह सब देखा, उस समय वह नहा रही थी, अपने सामान को बचाने के लिए वह आधे कपड़ों में ही घर से बाहर निकल कर दौड़ पड़ी और इन कर्मचारियों से अपना सामान बचाते हुई नजर आई।
महिला का कहना था कि उसका मीटर बहू रेखा अहिरवार के नाम पर है जो अलग रहते हैं। बिजली कर्मियों को यह बात बताई भी थी, लेकिन उन्होंने कुछ नहीं सुना और दूर तक सामान ले गए आखिर में महिला को इस हालत में भागते देख बिजली कर्मचारी सामान को छोड़कर वहां से चले गए थे। रेखा अहिरवार का बिल 19,000 रुपये से अधिक था, जिसके लिए नोटिस जारी किए गए थे। आधे कपड़ों में बिजली कर्मचारियों के पीछे भागते वीडियो सामने आने के बाद महिला की बहू का कहना था कि उनकी सास कभी बिना घूंघट के नहीं निकलती, लेकिन आज इन कर्मचारियों की वजह से गांव की गलियों में इस तरह से उन्हें जाना पड़ा।
वहीं वीडियो वायरल होने के बाद जिला कलेक्टर दीपक आर्य के निर्देश पर सख्त कार्रवाई की गई है। आउटसोर्स विद्युत कर्मी विवेक रजक और मनोज कुमार चढ़ार को तत्काल सेवा से पृथक कर दिया गया है साथ ही विवेक रजक के खिलाफ़ थाना देवरी में एफआईआर भी दर्ज की गई है। आरोपी विवेक रजक को पुलिस अभिरक्षा में रखा गया है। साथ ही दो लाइन परिचारक देवरी (ग्रामीण) में पदस्थ देवेंद्र मिश्रा लाइन परिचारक और देवरी (शहर) में शिवकुमार शर्मा को वसूली के दौरान निलंबित कर दिया गया है। साथ ही विभागीय जांच भी की जाएगी।
हालांकि इस पूरे मामले में ये भी कहा जा रहा है कि बिना सक्षम अधिकारी की उपस्थिति के और बिना पंचनामा बनाए कुर्की की कार्यवाही किसके आदेश से की जा रही थी, इसकी भी जांच होनी चाहिए, क्योंकि कुर्की करने का पावर तो कार्यपालन अभियंता के पास होता है, लाइनमैन के पास नहीं होता। ऐसे में विद्युत गलियारे में इस बात की भी चर्चा है कि बड़े अधिकारियों को बचाने के लिए छोटे कर्मचारियों को बलि का बकरा बना दिया गया है।