सभी श्रेणी के उपभोक्ताओं को गुणवत्तापूर्ण बिजली आपूर्ति, उपभोक्ता संतुष्टि, राजस्व के लक्ष्य की समय पर पूर्णता, पारदर्शिता और एनर्जी आडिट विभाग की प्राथमिकता है। ऊर्जा विभाग के लाईनमैन से लेकर मुख्य अभियंता तक अपनी जिम्मेदारी समझे और सकारात्मक परिणाम लाएं। प्रमुख सचिव ऊर्जा संजय दुबे ने यह आह्वान इंदौर के पोलोग्राउंड पर हुए मंथन कार्यक्रम में भोपाल से वीडियो कॉफ्रेसिंग से किया।
प्रमुख सचिव ऊर्जा ने इंदौर शहर की टीम को वर्ष 22-23 में अच्छे कार्य के लिए बधाई दी और इस प्रतिस्पर्धी युग में उत्तरोत्तर कार्य सुधार की आवश्यकता जताई। मंथन में 90 इंजीनियर शामिल हुए। ऊर्जा सचिव एवं बिजली कंपनी के पदेन चेयरमैन रघुराज एमआर ने कहा कि आरडीएसएस के कार्य की माहवार प्रगति रिपोर्ट लें। आरडीएसएस से तकनीकी लॉस भी व्यापक रूप से घटेगा। उन्होंने मालवा-निमाड़ में 90 से उपर बिलिंग एफिशिएंसी और कलेक्शन एफिशिएंसी 100 प्रतिशत करने के निर्देश दिए।
मंथन में पश्चिम क्षेत्र बिजली वितरण कंपनी के एमडी अमित तोमर ने आरडीएसएस, स्पेक माड्यूल, मैंटेनेंस कार्य, पीएम गति शक्ति के कार्यों का प्रजेंटेशन दिया। इस दौरान बताया गया कि सवा नौ सौ करोड़ से आरडीएसएस का कार्य कराया जा रहा है। कुल 96 ग्रिड तैयार होंगे, केबलीकरण, 11 व 33 केवी की नई लाइन, ट्रांसफार्मरों आदि के कार्य होंगे।