राष्ट्रपति भवन में आयोजित पद्म पुरस्कार वितरण समारोह में यहाँ का कड़ा प्रोटोकाल भी पद्म श्री से सम्मानित 106 साल की सालूमरदा थीमक्का को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को आशीर्वाद देने से नहीं रोक सका। पुरस्कार लेने पहुंची थीमक्का ने आशीर्वाद स्वरूप राष्ट्रपति के माथे को हाथ लगाया। थीमक्का के इस सहज कदम से राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री और अन्य मेहमानों के चेहरे पर मुस्कान आ गई और समारोह कक्ष उत्साहपूर्वक तालियों की गड़गड़ाहट से गूंज उठा।
कर्नाटक की रहने वालीं सालूमरदा थीमक्का पर्यावरणविद् और सामाजिक कार्यकर्ता हैं। थीमक्का ने बरगद के 400 पेड़ों समेत 8000 से ज्यादा पेड़ लगाएं हैं और यही वजह है कि उन्हें वृक्ष माता की उपाधि मिली है। उन्होंने लगभग 4 किलोमीटर के क्षेत्र में पेड़ लगाए हैं, जिससे वो क्षेत्र काफी हरा-भरा हो गया है। प्रकृति के प्रति उनका लगाव देखते हुए थीमक्का का नाम सालूमरादा रख दिया गया। सालूमरादा एक कन्नड़ भाषा का शब्द है, जिसका अर्थ होता है वृक्षों की पंक्ति और ये नाम काफी लोकप्रिय हो गया। थीमक्का को अब तक कई अवार्ड मिल चुके हैं।