बाबा महाकाल की नगरी मध्य प्रदेश के उज्जैन में सावन मास में भगवान महाकालेश्वर की शाही सवारी निकाली जाती है, इस अवसर पर लाखों की संख्या में श्रद्धालु उपस्थित रहते हैं। बिजली कंपनी ने सवारी मार्ग पर अपनी तैयारियां पूरी कर ली है, ताकि सवारी निकाले जाने के दौरान किसी तरह का व्यवधान न उत्पन्न हो।
प्रदेश के ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर ने बताया है कि उज्जैन में भगवान महाकालेश्वर के सवारी मार्ग पर बिजली कंपनी ने पिछले 15 दिनों से प्रभावी तैयारी की है। सवारी दस जुलाई से सितंबर माह तक प्रत्येक सोमवार को निकाली जाना है। इस कार्य के लिए चार जोन की टीमें लगाई गई थी।
सवारी मार्ग से संबंधित इलाकों में 33/11 केव्ही के जि तीन ग्रिडों से बिजली वितरण होता है उनका सुचारू रूप से संधारण किया गया है। सात किलोमीटर के सवारी मार्ग पर ग्राउंड पेट्रोलिंग कर बिजली के तार, केबल एवं अन्य तारों की ऊँचाई बढ़ाई गई है।
इसी तरह सवारी के रामघाट जाने और वापस दूसरे मार्ग से लौटने के रास्ते में आने वाले बिजली के 700 पोल पर पाँच फीट की फाइबर शीट लगाई गई है। इससे वर्षा और भीड़ होने पर भी करंट का खतरा नहीं रहेगा।
सवारी के लिए अलग–अलग कर्मचारियों और अभियंताओं की ड्यूटी भी लगाई गई है। सवारी के साथ पाँच इंजीनियर समेत 70 कर्मचारी चलेंगे। सबसे आगे वे कर्मचारी रहेंगे, जिनके हाथों में तारों को ऊँचा करने के 15/16 फीट के बाँस के उपकरण होंगे।