मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि देश-प्रदेश को तेजी से विकास के पथ पर आगे बढ़ाने में सरकार के साथ ही समाज का भी महत्वपूर्ण योगदान होता है। उन्होंने कहा कि समाज में पल रही कुरीतियों को समाप्त करने के लिए और प्रदेश को तेजी से आगे बढ़ाने के लिए सभी को आगे आना होगा। सबके सहयोग से ही प्रदेश का तेजी से विकास संभव है। उन्होंने नागरिकों से समाज की गलत परंपराओं को समाप्त करने में सहयोग करने का आह्वान भी किया। मुख्यमंत्री श्री चौहान विकास पर्व के अवसर पर ब्यावरा में अखंड परमधाम आश्रम में क्षेत्र के प्रबुद्धजन से संवाद कर रहे थे। इस दौरान उच्च शिक्षा मंत्री तथा जिले के प्रभारी मंत्री डॉ मोहन यादव, पूर्व राज्य मंत्री बद्री लाल यादव, सांसद रोडमल नागर आदि उपस्थित थे।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि एक समय था जब मध्यप्रदेश की प्रति व्यक्ति आय 11 हजार रुपए हुआ करती थी। आज औसत प्रति व्यक्ति आय 1 लाख 42 हजार रुपए हो गई हैं। मध्यप्रदेश में पहले साल भर का सकल घरेलू उत्पादन 71 हजार करोड़ रुपए होता था, जो आज बढ़कर 15 लाख करोड़ रुपए से अधिक हो गया है। वर्ष 2004-2005 से पहले प्रदेश में सभी प्रकार के लगभग 100 मीट्रिक टन अनाज का उत्पादन होता था, जो आज बढ़कर 700 करोड़ मीट्रिक टन हो गया है। पहले साढ़े 7 लाख हेक्टेयर में सिंचाई की व्यवस्था थी, आज 47 लाख हेक्टेयर में सिंचाई की व्यवस्था हो चुकी है। पहले बिजली का उत्पादन 28 मेगावाट हुआ करता था, जो कि आज बढ़कर 28000 मेगावाट तक हो गया है। प्रदेश में बनीं 4 लाख 11 हजार किलोमीटर की सड़कों का लाभ मध्यप्रदेश के लोगों को मिल रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि कुंडलिया, मोहनपुरा जैसी अनेक सिंचाई परियोजनाओं के माध्यम से राजगढ़ जिले के गाँव-गाँव में सिंचाई के लिए पाइपलाइन से पानी पहुँचाया जा रहा हैं।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि बच्चों को बेहतर शिक्षा के अवसर उपलब्ध कराने के लिए प्रदेश में सीएम राईज स्कूल खोले जा रहे हैं। आज शाजापुर जिले के गुलाना में सीएम राईज स्कूल का लोकार्पण किया गया है। इन स्कूलों में बच्चों को निजी स्कूलों से भी बेहतर सुविधाएँ प्रदान की जाएंगी। इन स्कूलों में लायब्रेरी, लैब, स्मार्ट क्लास, प्लेग्राउंड के साथ ही बच्चों को गाँव-गाँव से स्कूल तक लेकर आने और स्कूल के बाद पुनः घर तक छोड़ने के लिए वाहन की सुविधा भी दी जाएगी।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि पहले राज्य में पाँच मेडिकल कॉलेज थे जो अब 25 हो गये हैं। पहले किसानों को 16 से 18 प्रतिशत ब्याज पर ऋण दिया जाता था, जिसे धीरे-धीरे घटाकर शून्य तक लाकर और आज किसानों को शून्य प्रतिशत ब्याज पर ऋण प्रदान किया जा रहा है। किसान सम्मान निधि योजना में केंद्र एवं राज्य सरकार द्वारा 6-6 हजार रुपए की राशि किसानों को प्रदान की जा रही है। साथ ही मुख्यमंत्री लाड़ली बहना योजना में महिलाओं को भी प्रतिमाह 1000 रूपए की राशि दी जा रही है, जिसे बढ़ाकर 3000 रूपए तक किया जाएगा।
प्रदेश में जन्म लेने वाली लाड़ली लक्ष्मी बेटियों के जन्म से लेकर शादी तक के लिए प्रदेश सरकार द्वारा योजनाएँ चलाई जा रही हैं। प्रदेश में अनेक हितग्राहीमूलक योजनाएँ बनाकर सभी पात्र हितग्राहियों को लाभान्वित किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि अब वायुयान से भी तीर्थ-यात्रा कराई जा रही है। मुख्यमंत्री ने कहा कि अपने गाँव से दूसरे गाँव स्कूल जाने वाले कक्षा 6वीं एवं 9वीं के छात्र-छात्राओं को साइकिल खरीदने के लिए 4500 रुपए की राशि प्रदान की जाएगी। बेरोजगार युवाओं को रोजगार के अवसर उपलब्ध कराने के लिए मुख्यमंत्री सीखो-कमाओ योजना प्रारंभ की गई है। इस योजना में युवाओं को पसंदीदा क्षेत्रों में प्रशिक्षण दिया जाएगा और उसके बदले उन्हें स्टाइपेंड भी प्रदान किया जाएगा।