संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) के एक उच्च स्तरीय शिष्ट मंडल ने यूएई एवं भारत के बीच मजबूत द्विपक्षीय संबंधों को और बढ़ावा देने के लिए आज उद्योग एवं वाणिज्य मंत्री सुरेश प्रभु से मुलाकात की। आबूधाबी के शिष्ट मंडल का प्रतिनिधित्व नई दिल्ली के संयुक्त अरब अमीरात के दूतावास में कमर्शियल अटेची अहमद सुल्तान अल्फालाही ने किया। इस शिष्ट मंडल में आबूधाबी वाणिज्य एवं उद्योग चैम्बर्स के महानिदेशक मोहम्मद एच.अल मुहैरी, आबूधाबी सेक्यूरिटी एक्सचेंज के के मुख्य कार्यकारी रशीद अब्दुल करीम अल ब्लुशी, आबूधाबी के स्वास्थ्य विभाग के मोहम्मद अल हमेली शामिल थे।
भारत-यूएई के संबंध अभी सुर्खियों में हैं क्योंकि भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 11 से 13 फरवरी तक वर्ल्ड गवर्नमेंट समिट (डब्ल्यूएसजी) में भाग लेने के लिए संयुक्त अरब अमीरात की यात्रा करेंगे। प्रधानमंत्री की यात्रा अरब देशों में भारत की पहुंच को और विस्तारित करने के लिए क्षेत्रों का अन्वेषण करेगी और साथ ही इस क्षेत्र में रणनीतिक साझेदारियों को भी विस्तारित करेगी। यूएई ने पहले ही अगले 10 वर्षों के दौरान भारत की बढ़ती अवसंरचना परियोजनाओं के लिए 75 अरब डॉलर का निवेश करने की योजनाओं की घोषणा कर रखी है। वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री ने भ्रमणकारी शिष्ट मंडल के सामने रेखांकित किया कि भारत के पास एक बहुत मजबूत सेवा क्षेत्र है और भारत तथा यूएई अफ्रीका, लातिनी अमेरिका एवं मध्य एशिया में तीसरे देश के बाजारों के विकास के लिए एक व्यापक आर्थिक साझेदारी की निर्माण की रुपरेखा बना सकते हैं।