प्रदेश के ऊर्जा सचिव, पावर मैनेजमेंट कंपनी के प्रबंध संचालक एवं मध्यप्रदेश पश्चिम क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी के चेयरमैन रघुराज राजेन्द्रन शुक्रवार को निदेशक मंडल की बैठक के लिए इंदौर आए। पोलोग्राउंड स्थित प्रबंध निदेशक सभागार में उनके समक्ष विभिन्न प्रस्ताव रखे गए, जिनका मंडल की ओर से अनुमोदन किया गया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि विद्युत लाइनों, ग्रिड, आपूर्ति में कार्यरत विद्युत कर्मचारियों की सुरक्षा बहुत ही महत्वपूर्ण है। इसके लिए और ज्यादा प्रयास करना चाहिए, जहां पहले घटना हुई हो, वहां की लापरवाही या कमी से सीख लेते हुए भविष्य में सावधानी बरतते हुए सुरक्षा आवरण और मजबूत करना होगा।
रघुराज एमआर. ने कहा कि उपभोक्ताओं को ऑन लाइन सुविधाएं प्रदान की जाए, यदि कही अनुबंध या अन्य दस्तावेजीकरण का कार्य आता है, तो समय पर हो, ताकि उपभोक्ता समय पर कार्य होने पर संतुष्टि एवं सकारात्मकता का अनुभव करे। उन्होंने पिछले वित्तीय वर्ष में मप्र में तीनों ही बिजली वितरण कंपनियों में श्रेष्ठ प्रदर्शन करने पर पश्चिम क्षेत्र कंपनी प्रबंधन एवं कार्मिकों को बधाई दी। उन्होंने सीखो कमाओ योजना के तहत सभी युवाओं को प्रशिक्षण एवं तय देय राशि समय पर प्रदान करने की प्रभावी तैयारी को कहा।
रघुराज राजेन्द्रन ने पश्चिम क्षेत्र कंपनी के ग्रामीण मीटरीकरण में वितरण केंद्र मुख्यालय, राजमार्गों के किनारे के ग्रामों को प्राथमिकता में लेने के प्रस्ताव की सराहना की। उन्होंने पश्चिम क्षेत्र कंपनी के कामकाज के विजन डाक्यूमेंट को भी देखा। ऊर्जा सचिव स्मार्ट मीटर कंट्रोल सेंटर भी पहुंचे, वहां उन्होंने पूरी कार्यप्रणाली को बारीकी से देखा। स्मार्ट मीटर की टीम को श्रेष्ठ एवं अग्रणी स्तर के कार्यों के लिए बधाई दी। मध्यप्रदेश पश्चिम क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी के प्रबंध निदेशक अमित तोमर ने राजस्व संग्रहण, सुरक्षा, लॉस घटाने, कार्मिकों की सुविधाएं, रबी सीजन की तैयार, मैंटेनेंस, मीटरीकरण इत्यादि विषयों पर जानकारी दी।
इस अवसर पर ऊर्जा विभाग के विजय कुमार गौर, निदेशक डॉ राकेश सक्सैना, डॉ अरूणा तिवारी, सचिन तालेवार, पुनीत दुबे, मुख्य महाप्रबंधक रिंकेश कुमार वैश्य, मुख्य वित्त अधिकारी नरेंद्र बिवालकर, मुख्य अभियंता एसआर करवाड़िया, रवि मिश्रा, कंपनी सचिव श्रीमती आराधना कुलकर्णी आदि उपस्थित थे।