मध्य प्रदेश अधिकारी कर्मचारी संयुक्त मोर्चा के संरक्षक योगेन्द्र दुबे के नेतृत्व में आज शुक्रवार को जबलपुर में अनुविभागीय राजस्व अधिकारी पीके सैन गुप्ता को 39 सूत्रीय मांगों का ज्ञापन 34 सहयोगी संगठनों द्वारा सौपा गया। जबलपुर में अधिकांश कार्यालय बंद रहे. लिपिकों की वेतन विसंगति सुधार कर मंत्रालय के लिपिक के समान ग्रेड पे देने, पदोन्नतियां पर रोक, मुख्यमंत्री चिकित्सा बीमा योजना का लाभ देने, केन्द्रीय कर्मचारियों के समान आवास भत्ता, शहरी भत्ता, महगाई भत्ता, वाहन भत्ता नही दिया जा रहा है। प्रदेश के हजारों कर्मचारियों को पुरानी पेंशन का लाभ भी नही दिया जा रहा है। साथ ही अन्य मॉंगो को लेकर कर्मचारियों में भारी आकोश व्याप्त है।
आन्दोलन में कर्मचारियों का आक्रोश इस बात से दिखाई दिया कि वह अपनी इच्छा से आन्दोलन में शामिल होकर कार्यालय से बाहर रह कर सरकार की नीति का विरोध कर रहे है, कर्मचारियों का कहना है कि वह जीएसटी, वृत्तीकर और आयकर देता है लेकिन स्वयं के फायदे के लिए यही पैसा दूसरों को बांटा जा रहा है, उपेक्षा झेल रहा अधिकारी और कर्मचारी आज अपनी जायज मांगों के लिए सड़कों पर खड़ा होकर अधिकार मांग रहा है। आज सरकार अपने अधिकारियों
मध्य प्रदेश अधिकारी कर्मचारी संयुक्त मोर्चा के संरक्षक योगेन्द्र दुबे, जिलाध्यक्ष अटल उपाध्याय, नरेश शुक्ला, विश्वदीप पटेरिया, राम दुबे, संतोष मिश्रा, अर्वेन्द्र राजपूत, प्रशांत सोधिया, धीरेन्द्र सिंह, संजय यादव, देव दोनेरिया, यूएस करोसिया, मुकेश सिंह, आलोक अग्निहोत्री, कैलास धवलकर, रवि बांगड, पीएल गौतम, चंदु जाउलकर, हर्ष मनोज दुबे, कृपा तिवारी, रजनीश होणावत, विवेक तिवारी, अमित शर्मा, वैभव मसीह, अर्जन सोमवंसी, सौरभ सिंह, बृजेष मिश्रा, राजेन्द्र कुररिया, एनके अग्निहोत्री, रमाशंकर मिश्रा, श्रीमति नित्या मिश्रा, सुश्री आरती जायसवाल, श्रीमति प्रतिभा जैन, श्रीमति अन्जू उपाध्याय, सुश्री मुक्ता चौकसे, श्रीमति नीता शर्मा, रम्मू पटेल, तारिक, सार्थक जैन ज्ञापन के समय उपस्थित थे।