मध्य प्रदेश के जल-संसाधन मंत्री तुलसीराम सिलावट ने बताया है कि विगत वर्ष की तुलना में प्रदेश के बाँधों और जलाशयों में जल-भराव की स्थिति सामान्य है एवं पूर्व वर्ष के लगभग बराबर है।
प्रदेश में इस वर्ष सामान्य से कम वर्षा की स्थिति थी, परंतु पिछले कुछ दिनों में निरंतर बारिश के उपरांत स्थिति सामान्य हो गई है।
मध्य प्रदेश में इस वर्षा ऋतु में अभी तक 903.20 मिमी वर्षा दर्ज की गई है, जबकि गत वर्ष यह 909.80 मिमी थी।
मंत्री श्री सिलावट ने बताया कि प्रदेश के 52 प्रमुख बाँधों और जलाशयों में से 6 में शत-प्रतिशत, 29 में 75 से 100 प्रतिशत, 10 में 50 से 75 प्रतिशत तथा 7 में 50 प्रतिशत से कम जल-भराव हुआ है।
बरगी, बारना, बिलगाँव, देजला, इंदिरा सागर, तवा, गाँधी सागर, टिल्लर, बान सुजारा, पगरा, राजघाट, आवदा, कोटवाल, पेंच, थनवार, संजय सरोवर, धोलावड़, माही, पारसदोह बाँध/जलाशयों में 90 प्रतिशत से 100 प्रतिशत तक जल-भराव हो चुका है।
बारह बाँधों बरगी (3 गेट), इंदिरा सागर (20), ओंकारेश्वर (22), गाँधी सागर (10), बान सुजारा (1), पगरा (1), पवई (1), पेंच (2), धोलावड़ (2), माही मेजर (2) और माही सब्सिडरी (1) और पारसदोह (1 गेट) के गेट खोले गये हैं।