मप्र तृतीय वर्ग शासकीय कर्मचारी संघ के योगेंद्र दुबे ने छात्रावास अधीक्षक पर मामला दर्ज करने की मांग की है।
रामपुर के एकलव्य बालक-बालिका आदिवासी छात्रावास में बासी भोजन खाने से छात्रावास के सैंकड़ों छात्र-छात्राओं को उलटियां होने लगीं आनन-फानन में उन्हें जिला चिकित्सालय विक्टोरिया, मेडीकल एवं निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया, जिसमें से कुछ छात्र-छात्रायें अभी भी गंभीर अवस्था में हैं, जिन्हें आईसीयू में रखा गया है।
18 सितम्बर 2023 को एक तरफ जहां पूरा प्रशासन आदिवासी समाज के गौरव शहीद शंकर शाह, रघुनाथ शाह का बलिदान दिवस के कार्यक्रम में व्यस्त था और मुख्यमंत्री स्वयं शहर में उपस्थित थे, वहीं दूसरी तरफ छात्रावास अधीक्षकों एवं संभागीय उपायुक्त जनजातीय कार्य विभाग जबलपुर की तानाशाही, हटधर्मिता, भ्रष्टाचार के चलते आदिवासी समाज के गरीब बच्चे जहरीले भोजन का शिकार बन गए।
उक्त घटना बालक-बालिका छात्रावासों के अधीक्षकों की लापरवाही के चलते घटित हुई, छात्रावास अधीक्षकों द्वारा छात्रों को घटिया भोजन परोसने की शिकायतें पूर्व में भी की गई किन्तु विभाग द्वारा उन पर कोई कार्यवाही नहीं की गई।
पं. योगेन्द्र दुबे, संरक्षक मप्र तृतीय वर्ग शासकीय कर्मचारी संघ जबलपुर के नेतृत्व में प्रदेश के मुख्यमंत्री के नाम से कलेक्टर जिला जबलपुर के प्रतिनिधि ललित ग्वालवंशी अधीक्षक भू अभिलेख को ज्ञापन सौंपकर मांग की गई कि प्रकरण की गहन जांच कराते हुए जहरीले भोजन का शिकार हुए छात्रों को तत्काल आर्थिक मदद उपलब्ध कराते हुए लापरवाह छात्रावास अधीक्षकों को बर्खास्त एवं संभागीय उपायुक्त जनजातीय कार्य विभाग जबलपुर के विरूद्ध आपराधिक प्रकरण दर्ज कराते हुए उन्हें तत्काल प्रभाव से निलंबित किया जावे, अन्यथा संघ धरना आन्दोलन हेतु बाध्य होगा।
इस अवसर पर संघ के योगेन्द्र दुबे, अटल उपाध्याय, आलोक अग्निहोत्री, मुकेश सिंह, मंसूर बेग, ब्रजेश मिश्रा, शेखर मिश्रा, शरद वाथव, शैलेन्द्र दुबे, उमा सैनी, राहुल रजक, अमित अग्रवाल, रामकिशोर महाराज आदि उपस्थित रहे।