राम मंदिर को लेकर अलग-अलग तरह के अद्भुत संयोग सामने आ रहे हैं। नेपाल के डाक टिकट वाले इत्तेफाक से हर कोई हैरान है कि टिकट जारी करने वाला विक्रम संवत और राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा का अंग्रेजी कैलेंडर वाला साल एक सा 2024 है।
अयोध्या में राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा की तैयारियां जोरों पर हैं। इस बीच नेपाल में 57 साल पुराना श्रीराम-सीता का डाक टिकट सामने आया है। यह डाक टिकट 18 अप्रैल 1967 को रामनवमी पर जारी हुआ था। इस पर विक्रम संवत 2024 लिखा है, जो राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा के कारण चर्चा में है। अभी विक्रम संवत 2080 चल रहा है और 9 अप्रैल 2024 से विक्रम संवत 2081 प्रारंभ हो जाएगा।
दरअसल डाक टिकट पर विक्रम संवत के अनुसार साल 2024 का जिक्र है। विक्रम संवत अंग्रेजी कैलेंडर से 57 साल आगे चलता है। इसी कारण साल 1967 में विक्रम संवत 2024 था और फिर इसी वजह से 1967 के डाक टिकट पर 2024 लिखा हुआ है।
इसके अलावा वर्ष 1967 में सीता जयंती पर 15 पैसे का डाक टिकट जारी किया गया था। इसमें सीता जी के साथ ही जनकपुर के मंदिर को भी दिखाया गया है।
इंडोनेशिया द्वारा जारी डाक टिकट
मुस्लिम बहुत देश इंडोनेशिया में रामायण को काकविन रामायण कहा जाता है। 15 जून सन् 1962 में चतुर्थ एशियाई खेल पर जारी डाक टिकट में भगवान राम को अपने दिव्य धनुष के साथ दिखाया गया है 1962 में ही देवी सीता, हनुमान, जटायु, रावण, मारीच पर भी डाक टिकट जारी किये गये । वर्ष 1971 विश्व रामायण सम्मेलन में जारी डाक टिकिट में भगवान राम को मरीचि को मारते हुए दिखाया गया है।
थाईलैंड द्वारा जारी
1971 में इसने 2 टिकटों का एक सेट जारी किया जिसमें राम को मारीच का शिकार करते हुए दर्शाया गया था। थाईलैंड पोस्ट द्वार 2005 में 4 डाक टिकटों का एक सेट जारी किया, जिसमें राम को सीता, रावण, हनुमान और राम से रावण से लड़ते हुए दिखाया गया था।
पांच देशों (नेपाल, कंबोडिया, लाओस, इंडोनेशिया भारत) के राम जी के डाक टिकट संग्रह में है।