शनिवार को राष्ट्रपति भवन के सांस्कृतिक केन्द्र में आयोजित की गई नीति आयोग की बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि देश को 2024 तक पाँच हजार अरब डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाना चुनौतीपूर्ण है, लेकिन राज्यों के संयुक्त प्रयास से इसे प्राप्त किया जा सकता है। पीएम मोदी ने अपने दूसरे कार्यकाल की पहली और नीति आयोग के गठन के बाद संचालन परिषद की पांचवीं बैठक को संबोधित करते हुए कहा कि राज्य सरकारें निर्यात संवद्र्धन पर ध्यान दें, क्योंकि लोगों की आय और रोजगार के अवसर बढ़ाने में निर्यात क्षेत्र की महत्वपूर्ण भूमिका है।
पीएम मोदी ने कहा कि नवगठित जल शक्ति मंत्रालय जल प्रबंधन के विषय में एक समन्वित दृष्टिकोण अपनाने में मदद करेगा। राज्यों को भी जल संरक्षण और प्रबंधन के क्षेत्र में अपने विभिन्न प्रयासों को समन्वित करना चाहिए। मोदी ने कहा कि हम कार्य-प्रदर्शन, पारदर्शिता और प्रतिपादन की विशेषता वाली शासन व्यवस्था की ओर बढ़ रहे हैं।
उन्होंने यह भी कहा कि सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास के मंत्र को पूरा करने में नीति आयोग की महत्वपूर्ण भूमिका है।
उन्होंने कहा कि 2022 तक हम किसानों की आय दोगुनी करना चाहते हैं और इस दिशा में तेजी से काम हो रहा है। उन्होंने कमजोर मानसून पर चिंता जताते हुए कहा कि सूखे की समस्या से निपटने की जरूरत है। राज्य और केंद्र सरकार को मिलकर सूखे की गंभीर समस्या से लड़ना होगा। उन्होंने कहा कि गरीबी, बेरोजगारी और प्रदूषण जैसी कुछ ऐसी समस्याएं हैं, जिसका मिलकर मुकाबला करना होगा।
इस बैठक में राज्यों के मुख्यमंत्री, केंद्र शासित प्रदेशों के उपराज्यपाल और सभी वरिष्ठ केंद्रीय मंत्रियों की उपस्थिति रही। बैठक में पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बैनर्जी और तेलंगाना के मुख्यमंत्री केसीआर राव सम्मिलित नहीं हुये।
During the @NITIAayog meet, also spoke about other areas such as:
Harnessing water resources.
Making India a 5 trillion dollar economy.
Doubling income of farmers.
Better health for every Indian.
Here are highlights of my remarks. https://t.co/Xf2EdadTZo
— Narendra Modi (@narendramodi) June 15, 2019