री-भोई (हि.स.)। कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने कहा है कि मणिपुर से ”भारत जोड़ो न्याय यात्रा” शुरू करने के पीछे उनका उद्देश्य देश का ध्यान हिंसा प्रभावित मणिपुर की ओर आकृष्ट करना है। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने यात्रा के दौरान आज मेघालय के री-भोई में एक सभा को संबोधित किया।
उन्होंने मणिपुर में जारी संकट के लिए भाजपा और आरएसएस को जिम्मेदार ठहराते हुए आरोप लगाया कि आरएसएस और भाजपा की विचारधारा ने मणिपुर के विचार को नष्ट कर दिया है। नफरत और हिंसा की राजनीति ने राज्य को तोड़ दिया है, जिससे सैकड़ों मौतें हुईं और हजारों लोगों को अपनी संपत्ति खोनी पड़ी। यह बड़ी त्रासदी है। वे मणिपुर के लोगों के दर्द के बारे में शेष भारत को एक संदेश भेजना चाहते हैं।
राहुल गांधी ने कहा कि हिंसा भड़कने के बाद से एक बार भी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी मणिपुर का दौरा करने नहीं आए। उन्होंने कहा कि यह उनके लिए आश्चर्य की बात है कि भारत के प्रधानमंत्री ने अभी तक मणिपुर का दौरा नहीं किया। क्या मणिपुर एक भारतीय राज्य नहीं है? क्या मणिपुर के लोग भारत का हिस्सा नहीं हैं? यदि प्रधानमंत्री मणिपुर में हिंसा को रोकना चाहते हैं, तो वह तीन दिन में ऐसा कर सकते हैं। आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री को मणिपुर में हिंसा खत्म करने में कोई दिलचस्पी नहीं है।
ज्ञात हो कि असम के नगांव जिले के बटद्रवा थान में प्रवेश की अनुमति नहीं मिलने के बाद आज राहुल गांधी की ”भारत जोड़ो न्याय यात्रा” आज मेघालय में प्रवेश कर गई।