देवास (हि.स.)। मध्य प्रदेश में लोकायुक्त ने नगर निगम के पूर्व कमिश्नर पर प्रकरण दर्ज किया है। देवास नगर निगम द्वारा अमृत योजना के तहत संचालित सिटी बसों में गड़बड़ी का मामला सामने आया है। लोकायुक्त पुलिस उज्जैन ने इस मामले में देवास के पूर्व नगर निगम आयुक्त विशाल सिंह चौहान सहित 5 लोगों पर केस दर्ज किया है। मामले में पूर्व आयुक्त विशाल सिंह चौहान को जांच के उपरांत आरोपित बनाया गया है।
देवास निगम द्वारा अमृत योजना के तहत 3 क्लस्टर में सिटी बसों का संचालन शुरू किया गया था। जिसमें विश्वास ट्रांसपोर्ट सर्विस प्राइवेट लिमिटेड द्वारा बसों का संचालन सही तरीके से नहीं किया गया। जांच ने सामने आया की बसों को स्वीकृत रूट के बजाय दूसरे रूट पर चलाया गया तथा समय पर टैक्स जमा नहीं किया गया जिसके चलते शासन को लाखो का नुकसान हुआ और समय से पहले बसों पर शासन से मिलने वाली 40 फीसदी सब्सिडी अधिकारियों की सांठगांठ से ले ली गई।
लोकायुक्त पुलिस उज्जैन ने जांच के उपरांत देवास के पूर्व नगर निगम आयुक्त सहित 5 पर केस दर्ज किया है।
मुख्य आरोपी
- विशालसिंह चौहान, पूर्व नगर निगम आयुक्त देवास एवं मंदसौर अपर कलेक्टर
- प्रदीप सोनी, पूर्व देवास एसडीएम
- सूर्यप्रकाश तिवारी, सीईओ देवास सिटी ट्रांसपोर्ट सर्विसेज
- विजय गोस्वामी, डायरेक्टर विश्वास ट्रांसपोर्ट सर्विस प्राइवेट लिमिटेड
- प्रणय गोस्वामी, डायरेक्टर विश्वास ट्रांसपोर्ट सर्विस
इन पर भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम, 1988 (संशोधन 2018)भादंवि की धारा 409, 420 एवं 120 बी के तहत मामला दर्ज किया गया है। लोकायुक्त पुलिस उज्जैन इस मामले की जांच कर रही है।