भोपाल (हि.स.)। भारत सरकार की योजनाओं के साथ अन्य योजनाओं का पैसा गरीब के खाते में सीधे पहुंचेगा। अब न कोई बिचौलिया, न कमीशन लेने वाला होगा और सिफारिश के लिए किसी गरीब को चक्कर काटने की जरूरत नहीं होगी। पीएम-सूरज पोर्टल के जरिए वंचित समुदाय में लोगों का आर्थिक सहायता दी जाएगी। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बुधवार को सामाजिक उत्थान एवं रोजगार आधारित जनकल्याण (पीएम-सूरज) पोर्टल का शुभारंभ’ किया।
इस अवसर पर उन्होंने कहा कि राष्ट्रवासी मेरे परिवार के सदस्य हैं। नागरिक भी अब कहने लगे हैं कि हम मोदी का परिवार हैं। सरकार पिछले 10 वर्षों से नागरिकों के जीवन में सकारात्मक बदलाव लाने के लिए काम कर रही है। नारी सम्मान और सशक्तिकरण हमारे संकल्प का हिस्सा है। देश के करीब सवा पांच सौ जिलों के हितग्राही वर्चुअली कार्यक्रम से जुड़े। अनेक योजनाओं के हितग्राही लाभांन्वित किए गए।
प्रधानमंत्री ने कहा कि वर्ष 2047 तक भारत को विकसित बनाने का लक्ष्य है। इस दिशा में हम आगे बढ़ रहे हैं। उन्होंने कहा कि पूर्व वर्षों में वंचित वर्ग के महत्व को समझा नहीं गया। एक दूषित मानसिकता बन गई थी। उस मानसिक दीवार को अब तोड़ दिया गया है। निर्धन तबके के लोगों की कई पीढ़ियों ने अपना जीवन मूलभूत सुविधाओं के बिना ही बिता दिया। वर्ष 2014 से ‘सबका साथ-सबका विकास’ के सिद्धांत पर अमल किया जा रहा है। सरकार लोगों तक पहुंच रही है। एक समय था जब राशन प्राप्त करना ही मुश्किल होता था। अनुसूचित जाति-अनुसूचित जनजाति, पिछड़ा वर्ग के लोगों को हाशिए पर डाल दिया गया था। अब उन सभी की परवाह की जा रही है, जिनकी परवाह पहले नहीं की गई। गत 10 वर्ष में वंचितों को सम्मान भी दिया गया है। आयुष्मान कार्ड, उज्जवला योजना में गैस चूल्हा प्रदान किया गया है। स्कॉलरशिप और फैलोशिप में वृद्धि की गई है। मुद्रा योजना का लाभ जरूरतमंदों को दिया गया है। डॉ. अम्बेडकर से जुड़े पंच तीर्थों के विकास का कार्य हुआ है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि सीवर और सेप्टिक टेंक श्रमिकों को आज पीपीई कीट दी जा रही है। अनुसूचित जाति और पिछड़ा वर्ग के सफल स्टार्टअप में वेंचर कैपिटल फंड स्कीम/अम्बेडकर सोशल इनोवेशन इन्क्यूयबेशन मिशन के अंतर्गत लाभ दिया जा रहा है। आज ऐसे लाभार्थियों से चर्चा करने का अवसर भी मिला है। उन्होंने कहा कि अब वंचित, पिछड़े समाज के कल्याण में पूरा देश साक्षी बन रहा है। देश के सर्वोच्च पद राष्ट्रपति के रूप में अनुसूचित जाति और जनजाति के व्यक्ति पदासीन हुए हैं। एक लाख वंचित वर्ग के लाभार्थियों में 720 करोड़ रुपये की सहायता राशि सीधे बैंक खातों में भेजी गई है। आज 500 से ज्यादा जिले जुड़े हैं। यह हमारी सरकार में ही एक क्लिक से गरीब को सीधे पैसा पहुंचाने का लाभ पहुंचता है।
इस कार्यक्रम से मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने धार से आनलाइन भागीदारी की। इस मौके पर मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी अभिनंदन के पात्र हैं। वे जनकल्याण की दृष्टि से बारीक बातों का भी ध्यान रखते हैं। सम्पूर्ण आबादी को स्वच्छ और स्वस्थ रखने वाले सफाई कर्मचारियों के हित में उन्होंने महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं। इन्हें आयुष्मान कार्ड भी प्रदान किया गया है। सरकार का प्रयास है कि नगरीय निकायों में सफाई करने वाले श्रमिकों को सुरक्षा और सम्मान दोनों प्राप्त हों। नया पोर्टल कमजोर वर्गों के सम्मान, रोजगार और कल्याण के लिए संचालित योजनाओं को एकीकृत रूप से सहायता मुहैया करवाएगा। एक दिन में ही ऋण प्रकरण मंजूर हो जाएंगे।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में भारत विश्व की महत्वपूर्ण अर्थ व्यवस्था हो गया है। इंग्लैंड जैसे देश जिन्होंने कभी भारत को परतंत्र रखा अब हमसे मित्रता चाहते हैं। प्रधानमंत्री मोदी से मिलकर अनेक राष्ट्राध्यक्ष स्वयं को सम्मानित महसूस करते हैं। गत दस वर्ष में प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में हुए विकासपरक कार्यों से भारत ने विशिष्ट स्थान बनाया है। जब मोदी ने स्वच्छता का संकल्प लिया तो पूरे देश की तस्वीर बदल गई। मध्यप्रदेश में इंदौर को सात बार स्वच्छतम शहर का अवार्ड मिला। मध्यप्रदेश भी दो बार अवार्ड प्राप्त कर चुका है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि देश में जनजातीय वर्ग के सम्मान के लिए महत्वपूर्ण कार्य हो रहा है। टंट्या मामा के नाम से खरगोन में नया विश्वविद्यालय प्रारंभ हो रहा है। एक समय था जब हमारे क्रांतिवीर अपमानित हो जाते थे। स्वतंत्रता के पश्चात अनुसूचित जनजातियों के प्रतिनिधियों को सम्मान नहीं दिया गया। आज इस वर्ग की देश में मुर्मू राष्ट्रपति के रूप में कार्य कर रही हैं। उन्होंने कहा कि धार जिले में भी वीर सेनानी हुए हैं। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने विभिन्न योजनाओं में लाभार्थियों को हितलाभ प्रदान किए।
प्रारंभ में प्रधानमंत्री मोदी ने देश के विभिन्न स्थानों से जुड़े कुछ चयनित लाभार्थियों से संवाद किया। इनमें सबसे पहले इंदौर के नरेंद्र सेन से उन्होंने संवाद किया। इस अवसर पर इंदौर के सांसद शंकर लालवानी और अनेक जनप्रतिनिधि उपस्थित थे।