भोपाल (हि.स.)। अरब सागर और बंगाल की खाड़ी से लगातार नमी आने के कारण पूर्वी मध्य प्रदेश में पिछले चार दिन से मौसम का मिजाज बिगड़ा हुआ है और रुक-रुककर बारिश हो रही है। मौसम विभाग ने आज बुधवार को भी जबलपुर, शहडोल, रीवा, नर्मदापुरम संभाग के 15 जिलों में तेज रफ्तार से हवाएं चलने के साथ बारिश होने की संभावना जताई है, वहीं ओले गिरने की भी आशंका है। प्रदेश के शेष जिलों में मौसम शुष्क रहेगा।
जबलपुर और शहडोल संभाग के जिलों में बीते शनिवार से मौसम का मिजाज बदला हुआ और तेज हवाओं के साथ बारिश और ओलावृष्टि हो रही है। मंगलवार को भी दोपहर बाद सिंगरौली, मुलताई, छिंदवाड़ा और डिंडौरी में तेज हवाओं के साथ बारिश हुई। इसके साथ ही कई जगह बेर के आकार के ओले भी गिरे। जबलपुर, सिवनी और मंडला में भी बारिश के साथ ओलावृष्टि हुई। उमरिया जिले में भी तेज हवा और बारिश के साथ ओले भी पड़े। इससे टमाटर और गेहूं की फसल को नुकसान पहुंचा है। हालांकि, बुधवार को सुबह से मौसम साफ है, लेकिन मौसम विभाग ने प्रदेश के कई जिलों में बारिश और ओलावृष्टि का अलर्ट जारी किया है।
भोपाल के मौसम विज्ञान केंद्र से मिली जानकारी के अनुसार, वर्तमान में पश्चिमी विदर्भ पर हवा के ऊपरी भाग में एक चक्रवात बना हुआ है। इसके अतिरिक्त बंगाल की खाड़ी में प्रति चक्रवात मौजूद है। वरिष्ठ मौसम विशेषज्ञ अजय शुक्ला ने बताया कि इस मौसम प्रणालियों के असर से बंगाल की खाड़ी एवं अरब सागर से हवाओं के साथ पूर्वी मध्य प्रदेश में लगातार नमी आ रही है। इस वजह से वहां पिछले चार दिनों से रुक-रुककर बारिश हो रही है।
उन्होंने बताया कि बुधवार को नर्मदापुरम, रीवा, मऊगंज, सतना, छिंदवाड़ा, मैहर, पांढुर्णा, सीधी, कटनी, नरसिंहपुर और बैतूल जिलों में हल्की बारिश हो सकती है। सिंगरौली, शहडोल, उमरिया, जबलपुर और सिवनी जिले में लगभग 50 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से हवाएं चलने के साथ वर्षा एवं ओला वृष्टि के आसार हैं। अनूपपुर, डिंडौरी, मंडला और बालाघाट में लगभग 60 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से हवाएं चलने के साथ ओले भी गिर सकते हैं।