नॉन फेयर रेवेन्यू इन दिनों माल यातायात, यात्री यातायात एवं अन्य कोचिंग की तरह ही एक अहम भूमिका निभा रहा है। पश्चिम मध्य रेल में गैर-किराया राजस्व (नॉन फेयर रेवेन्यू) की मद में वर्ष 2023-24 में 27 करोड़ 06 लाख रुपये का उल्लेखनीय राजस्व अर्जित किया।
महाप्रबंधक श्रीमती शोभना बंदोपाध्याय के मार्गदर्शन और प्रमुख मुख्य वाणिज्य प्रबंधक ओमप्रकाश के नेतृत्व में तीनों मण्डलों जबलपुर, भोपाल एवं कोटा के वाणिज्य विभाग द्वारा गैर-किराया राजस्व (एनएफआर) के तहत अतिरिक्त राजस्व बढ़ने के लिए सराहनीय पहल की जा रही है।
इसके अंतर्गत पब्लिसिटी, गुड्स शेड और वैगन के सफाई अनुबंध, पार्सल हैंडलिंग अनुबंध, वैगनों पर पेंटिंग, लोकोमोटिव पर विनायल पेस्टिंग (इंजनों पर विज्ञापन), आउट ऑफ होम विज्ञापन होर्डिंग्स, स्टेशन पर रेलवे डिस्प्ले नेटवर्क (आरडीएन), मोबाईल एसेट्स, एटीएम एवं अन्य नई अभिनव गैर किराया राजस्व विचार योजना (एनआईएनएफआरआईएस) को कार्यान्वित करके नॉन फेयर रेवन्यू (एनएफआर) आदि को शामिल किया गया है।
उल्लेखनीय है कि पश्चिम मध्य रेल में तीनों मण्डलों पर गैर-किराया राजस्व (एनएफआर) के तहत वर्ष 2023-24 में 27 करोड़ 06 लाख रुपये का राजस्व अर्जित किया जो कि वर्ष 2022-23 में अर्जित राजस्व 18 करोड़ 40 लाख की तुलना से 47 प्रतिशत अधिक राजस्व अर्जित किया।
मण्डल वाइस बात करे तो गैर-किराया राजस्व (एनएफआर) के तहत जबलपुर मण्डल में वर्ष 2023-24 में 15 करोड़ 31 लाख का राजस्व अर्जित प्राप्त किया जो कि वर्ष 2022-23 में अर्जित राजस्व 10 करोड़ 21 लाख की तुलना से 50 प्रतिशत अधिक है।
इसी तरह भोपाल मण्डल में वर्ष 2023-24 में 6 करोड़ 63 लाख का राजस्व अर्जित प्राप्त किया जो कि वर्ष 2022-23 में अर्जित राजस्व 5 करोड़ 55 लाख की तुलना से 20 प्रतिशत अधिक है।
इसके अलावा कोटा मण्डल में वर्ष 2023-24 में 5 करोड़ 12 लाख का राजस्व अर्जित प्राप्त किया जो कि वर्ष 2022-23 में अर्जित राजस्व 2 करोड़ 64 लाख की तुलना से 94 प्रतिशत अधिक है।
पमरे में नॉन फेयर रेवेन्यू के अन्तर्गत चालू वित्तीय वर्ष के अकेले अप्रैल महीने में पब्लिसिटी से 34 लाख रुपये अर्जित किए। जिसमें जबलपुर रेलवे स्टेशन पर मल्टी फंक्शनल काम्प्लेक्स हेतु अनुबंध किया गया जिससे रेलवे को प्रतिवर्ष रुपये 27 लाख 51 हजार का अतिरिक्त राजस्व प्राप्त होगा। इसी प्रकार पिपरिया रेलवे स्टेशनों पर मल्टी फंक्शनल काम्प्लेक्स हेतु अनुबंध किया गया जिससे रेलवे को प्रतिवर्ष रुपये 6 लाख 51 हजार का अतिरिक्त राजस्व प्राप्त होगा।