नई दिल्ली (हि.स.)। विपक्षी पार्टियों का एक प्रतिनिधिमंडल डाक मतपत्रों की गिनती पहले पूरी कर नतीजे घोषित किए जाने के मुद्दे पर आज चुनाव आयोग से मिला। प्रतिनिधिमंडल ने चुनाव आयोग से कहा कि उसी का वैधानिक आदेश (स्टेट्यूटरी आर्डर) है कि पोस्टल बैलट (डाक मतपत्रों) के नतीजे पहले घोषित होने चाहिए।
प्रतिनिधिमंडल में शामिल कांग्रेस नेता अभिषेक मनु सिंघवी ने चुनाव आयोग से मिलने के बाद पत्रकारों से बातचीत में यह बातें कहीं। उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग का यह वैधानिक आदेश रहा है कि डाक मतपत्रों की गिनती पहले की जाती है और ईवीएम से पहले ही उसके नतीजे भी बताए जाते हैं।
सिंघवी ने कहा कि डाक मतपत्र अक्सर कई बार चुनाव के नतीजे पलटने की क्षमता रखते हैं। हाल ही में चुनाव आयोग ने गाइडलाइन के जरिए इस नियम को हटाया है। हमारा मानना है कि इस तरह के नियमों को गाइडलाइन के माध्यम से नहीं पलटा जा सकता। समान अवसर सुनिश्चित करने के लिए यह नियम बेहद जरूरी है।
प्रतिनिधिमंडल में वाम नेता डी. राजा और सीताराम येचुरी, द्रमुक नेता टीआरबालू, समाजवादी पार्टी नेता राम गोपाल यादव शामिल थे।