जबलपुर (हि.स.)। मध्यप्रदेश की संस्कारधानी जबलपुर में गुरुवार रात एक अलग ही नजारा देखने को मिला? यहां विजयनगर स्थित विद्युत विभाग के डीई कार्यालय में भाजपा जनप्रतिनिधियों द्वारा मांगे ना पूरी होने पर प्रदर्शन किया था, जिसको लेकर देर रात कोतवाली थाने में भाजपा पार्षदों समेत अन्य नेताओं की एफआईआर कर दी गयी। जिसको लेकर भाजपा के नगर अध्यक्ष सहित दो विधायक कोतवाली थाने पहुंचे और पुलिस से कहा गया कि इनकी शिकायत पर भी आप एफआईआर दर्ज करें।
भाजपा कार्यकर्ताओं के हंगामे के बाद कोतवाली पुलिस ने देर रात मध्यप्रदेश पूर्व क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी के जबलपुर सिटी सर्किल के अंतर्गत विजय नगर संभाग के कार्यपालन अभियंता इमरान खान, अभियंता मनोज साहू एवं बीएस मरावी सहित अन्य लोगों पर एफआईआर दर्ज कर ली है।
दरअसल, पहले पुलिस ने भाजपा नेताओं की बात नकार दी एवं केवल शिकायत देने को कहा था, परंतु भाजपा नेता एफआईआर की बात पर अड़े हुए थे, जिनमें दो विधायक एवं नगर अध्यक्ष सहित कई पार्षद एवं मंडल अध्यक्ष शामिल थे। पुलिस ने उनकी बात नहीं सुन रही है, जिसको लेकर जमकर विरोध हुआ। इसके बाद विधायक अभिलाष पांडे एवं अशोक रोहानी, शहर भाजपा अध्यक्ष प्रभात साहु वहीं धरने पर बैठ गए। इसके साथ ही दो पूर्व मंत्री भी धरने पर बैठे। सैकड़ों की संख्या में कार्यकर्ताओं के साथ दोपहर तीन बजे से धरना दे रहे भाजपा नेताओं की बात पुलिस प्रशासन ने रात नौ बजे कुछ शर्तों के साथ मान ली।
इसी बीच कई बार नारेबाजी हुई और यातायात रोका गया। भाजपा विधायकों सहित नगर अध्यक्ष ने पुलिस पर तानाशाही का आरोप लगाया। भाजपा नेताओं का आरोप है कि वे सड़क पर धरना देते रहे, परंतु एसपी बाहर तक नहीं आये, वे एसी में बैठे रहे। अपनी ही सत्ता में विधायको का धरने पर बैठना और पुलिस की हठधर्मिता से कार्यकताओ में भारी नाराजगी देखी जा रही है। वहीं डीई इमरान खान के व्यवहार को लेकर पूर्व में कई बार मामले उठ चुके हैं। अब संस्कारधानी के नाराज भाजपाइयों ने इस मामले को मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव तक सीधे पहुंचाने का निश्चय किया है।