Wednesday, July 3, 2024
Homeमध्यप्रदेशएमपी में पहली बार एक मंच पर अपनी कला का जादू बिखेरेंगे...

एमपी में पहली बार एक मंच पर अपनी कला का जादू बिखेरेंगे पद्म पुरस्कार प्राप्त कई कलाकार

भोपाल (हि.स.)। मध्य प्रदेश देश की संगीत विरासत का वास्तविक प्रतिनिधि है और इस बात से युवा पीढ़ी को अवगत कराने और अपनी संस्कृति के प्रति जागरूक कराने के उद्देश्य से प्रदेश शासन, संस्कृति विभाग तथा संगीत नाटक अकादमी नई दिल्ली द्वारा गायन, वादन एवं नृत्य को समर्पित ‘‘प्रणति’’ का आयोजन भोपाल में किया जा रहा है। 25 से 29 जून तक चलने वाले इस कार्यक्रम में गायन, वादन एवं नृत्य के ख्यातिलब्ध कला गुरुओं की प्रस्तुतियां होंगी।

मप्र संस्कृति विभाग के संचालक एनपी नामदेव ने सोमवार को बताया कि इस आयोजन में देश के ख्यातिलब्ध कला गुरु अपनी सुदीर्घ कला साधना को प्रस्तुत करेंगे। एक दशक में यह पहला अवसर होगा, जब एक मंच पर कई पद्म पुरस्कार प्राप्त कलाकार अपनी प्रस्तुति देंगे। संस्कृति विभाग का यह प्रयास है कि भोपाल के सुधी जन कला गुरुओं की सुदीर्घ साधना से परिचित हो सकें और प्रदेश के सुरीले सांस्कृतिक वातावरण में एक नया सुर जोड़ा जा सके।

उन्होंने बताया कि भोपाल एवं मध्य प्रदेश के लिए यह विशिष्ट आयोजन होगा, जब एक मंच पर देश के जाने-माने कलाकारों की प्रस्तुति देखना अविस्मरणीय अनुभव होगा। यह आयोजन रवींद्र भवन स्थित अंजनी सभागार में प्रतिदिन सायं 6:30 बजे से होगा। उन्होंने बताया कि आयोजन में पहले दिन प्रख्यात सरोद वादक अमान-अयान अली बंगश, दिल्ली का सरोद वादन होगा। इसके बाद विनायक तोरवी, कर्नाटक का शास्त्रीय गायन होगा। अगली प्रस्तुति विश्वविख्यात सितार वादक नीलाद्रि कुमार, मुम्बई की सितार वादन की होगी। पहले दिन की अंतिम प्रस्तुति प्रेरणा श्रीमाली, जयपुर की कथक नृत्य की होगी।

26 जून को सुप्रसिद्ध लोकगायिका मालिनी अवस्थी, लखनऊ का शास्त्रीय गायन होगा। इसके बाद जाने-माने कलाकार विश्वमोहन भट्ट एवं सलिल भट्ट का मोहन वीणा/सात्विक वीणा वादन की सभा सजेगी। अंत में शुभदा वराडकर, मुम्बई का ओडिसी नृत्य होगा।

27 जून को पहली प्रस्तुति सुधा रघुनाथन, बेंगलुरु की शास्त्रीय गायन की होगी। इसके बाद रूपक कुलकर्णी, मुम्बई की बांसुरी वादन की सभा सजेगी। अंतिम प्रस्तुति दीप्ति ओमचारी भल्ला, दिल्ली की मोहिनीअट्टम की होगी।

28 जून को सबसे पहले पल्लकड रामप्रसाद, कर्नाटक का शास्त्रीय गायन होगा, इसके बाद एन. राजम एवं रागिनी शंकर, मुम्बई का युगल वायोलिन वादन होगा। अंत में अनुषा जे.वी. , हैदराबाद का कुचिपुड़ी नृत्य होगा।

प्रणति के अंतिम दिन 29 जून को मंजरी असनारे केलकर, नासिक के शास्त्रीय गायन से शाम की शुरुआत होगी। इसके बाद योगेश समसी, मुम्बई का तबला वादन होगा और अंत में रेवती रामचंद्रन, चेन्नई का भरतनाट्यम नृत्य होगा। प्रतिदिन प्रवेश नि:शुल्क होगा।

टॉप हेडलाइंस

देश को प्रगति पथ पर बढ़ने से अब कोई रोक नहीं सकता, तीसरे कार्यकाल...

नई दिल्ली (हि.स.)। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मंगलवार को राष्ट्रपति के अभिभाषण पर चर्चा के दौरान देश को विश्वास दिलाया कि तीसरी बार चुनकर...

छह दिन पहले ही पूरे देश में पहुंचा दक्षिण-पश्चिम मानसून, कई राज्यों में भारी...

नई दिल्ली (हि.स.)। दक्षिण-पश्चिम मानसून सामान्य तिथि से छह दिन पहले ही पूरे देश में पहुंच गया है। भारत मौसम विभाग ने मंगलवार को...

जबलपुर कलेक्टर के निर्देश: किसानों की सुविधा का विशेष ध्यान रखें अधिकारी

किसानों से समर्थन मूल्य पर ग्रीष्मकालीन मूंग और उड़द की खरीदी प्रक्रिया के सुचारू संचालन को लेकर आज संपन्न हुई जिला उपार्जन समिति की...

मुख्यमंत्री उद्यम क्रांति योजना के अंतर्गत इच्छुक युवाओं से आवेदन की प्रक्रिया प्रारंभ

मुख्यमंत्री उद्यम क्रांति योजना के तहत बैंकों के माध्यम से ऋण प्राप्त कर नवीन उद्योग, सेवा एवं खुदरा व्यवसाय के क्षेत्र में स्वयं का...

बिजली कार्मिकों एवं उनके परिजनों ने शपथ लेकर स्वेच्छा से लिया पौधरोपण एवं देखरेख...

मध्यप्रदेश के ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर के निर्देशानुसार और ऊर्जा विभाग की बिजली कंपनियों में  पर्यावरण को सुरक्षित और स्वच्छ रखने के उद्देश्य...

डेंगू से बचाव के लिए एडवाइजरी जारी, इस तरह करें बचाव

स्वास्थ्य विभाग द्वारा डेंगू "एडीज है घरेलू मच्छर" के संबंध में जनजागरूकता के लिए एडवायजरी जारी की गई है। एडवायजरी में कहा गया है...

सिंहस्थ-2028 के लिए प्रस्तावित कार्ययोजना पर सीएम डॉ. यादव ने अधिकारियों के साथ की...

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने समत्व भवन मुख्यमंत्री निवास में बैठक में सिंहस्थ: 2028 के लिए प्रस्तावित कार्य योजना के अंतर्गत क्षिप्रा नदी को...

एमपी सरकार का बड़ा फैसला: वन विभाग में गोपनीय चरित्रावली के लिये नई प्रणाली...

मध्यप्रदेश शासन द्वारा भारतीय वन सेवा अधिकारियों की गोपनीय चरित्रावली (एसीआर) के लिये एक नई प्रणाली लागू की गई है। वन प्रबंधन में शामिल...

राष्ट्रीय छात्रवृत्ति पोर्टल पर एनएमएमएसएस के अंतर्गत शैक्षणिक वर्ष 2024-25 के लिए आवेदन जमा...

वन-टाइम रजिस्ट्रेशन (ओटीआर) एप्लिकेशन, जिसमें नया होम पेज, नया मोबाइल ऐप और अपडेटेड वेब वर्जन शामिल है, शुरू किया गया है और अब यह...