Saturday, October 5, 2024
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बिजली उत्पादन में आत्मनिर्भर हुआ एमपी: ऊर्जा मंत्री ने कहा- ये विकास और सर्वहारा वर्ग के कल्याण का बजट है

मध्यप्रदेश के ऊर्जा मंत्री प्रद्युमन सिंह तोमर ने प्रदेश के बजट पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि वित्त मंत्री जगदीश देवड़ा द्वारा आज विधानसभा में वर्ष 2024-25 के लिए प्रस्तुत किया गया। बजट प्रदेश के विकास और सर्वहारा वर्ग के कल्याण के लिए समर्पित है।

ऊर्जा मंत्री ने कहा कि मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के मार्गदर्शन में बनाये गये इस बजट में युवाओं, किसानों और गरीबों सहित सभी वर्गों का ध्यान रखा गया है। ऊर्जा विभाग के लिए इस वर्ष 19 हजार 406 करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया है, जो गत वर्ष की तुलना में एक हजार 46 करोड़ रुपये अधिक है। इससे बिजली उपभोक्ताओं को निर्वाध और गुणवत्तापूर्ण बिजली उपलब्ध कराने में सहूलियत होगी।

ऊर्जा मंत्री ने बताया कि अटल गृह ज्योति योजना के लिए 3500 करोड़ रूपये और अटल कृषि ज्योति योजना के लिए 6290 करोड़ रुपये की सब्सिडी का प्रावधान किया गया है। आरडीएसएस योजना के लिए 3150 करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया है।

उन्होंने कहा कि ट्रांसमिशन एवं वितरण प्रणाली के सुद्ढ़ीकरण के लिए 565 करोड़ रुपये एवं अनुसूचित जाति एवं जनजाति वर्ग के 5 एचपी पंपों तथा एक बत्ती कनेक्शन को नि:शुल्क बिजली देने के लिए 2475 करोड़ रुपये की सब्सिडी का प्रावधान किया गया है।

उल्लेखनीय है कि आज मध्यप्रदेश विधानसभा में नई सरकार का पहला बजट प्रस्तुत करते हुए वित्त मंत्री जगदीश देवड़ा ने कहा कि मैंने अपने पिछले भाषण में सदन को यह अवगत कराया था कि प्रदेश, ऊर्जा उत्पादन में आत्मनिर्भर हो चुका है।

उन्होंने कहा कि सदन को पुनः अवगत कराते हुये खुशी है कि प्रदेश में विद्युत की पर्याप्त उपलब्धता बनाये रखी गई है। उद्योगों सहित सभी गैर-कृषि उपभोक्ताओं को 24 घंटे तथा कृषि उपभोक्ताओं को प्रतिदिन औसतन 10 घंटे विद्युत का प्रदाय किया जा रहा है। दिनांक 26 जनवरी, 2024 को प्रदेश के इतिहास में सर्वाधिक 17 हजार 614 मेगावाट शीर्ष मांग की पूर्ति की गई।

वर्ष 2024-25 में अमरकंटक एवं सतपुडा ताप विद्युत गृहों में 660-660 मेगावाट की नई विस्तार इकाइ‌यों का निर्माण कार्य, 603 सर्किट किमी पारेषण लाईनों एवं 2 हजार 908 एमवीए क्षमता के अति उच्च दाब उपकेन्द्र के कार्य प्रस्तावित है। गुणवत्ता पूर्ण और विश्वसनीय विद्युत आपूर्ति के उद्देश्य की प्राप्ति के लिये रिवेम्प्ड डिस्ट्रीब्यूशन सेक्टर स्कीम (RDSS) का क्रियान्वयन किया जा रहा है।

प्रदेश ने नवकरणीय ऊर्जा स्थापना क्षमता की दृष्टि से अभूतपूर्व वृद्धि प्राप्त की है। मैंने अपने विगत बजट भाषण में, प्रदेश के नीमच जिले में 500 मेगावाट, आगर जिले में 550 मेगावाट एवं शाजापुर जिले में 450 मेगावाट की सौर पार्क परियोजनाओं का विकास किये जाने का उल्लेख किया था। मुझे यह अवगत कराते हुये खुशी है कि, आगर जिले की 550 मेगावाट क्षमता की सौर परियोजना से उत्पादन शुरु हो गया है।

ओंकारेश्वर में नर्मदा नदी पर स्थित बाँध के बैंक वाटर पर 100 मेगावाट क्षमता का फ्लोटिंग सौर पार्क स्थापित हो गया है। चंबल क्षेत्र में। हजार 400 मेगावाट क्षमता की सौर परियोजना विकसित की जा रही है, जिसके एक अंश को ऊर्जा भण्डारण सहित हाईब्रिड परियोजना के रूप में विकसित किया जायेगा। ऊर्जा क्षेत्र के लिए वर्ष 2024-25 में रुपये 19 हजार 406 करोड़ रुपये का प्रावधान प्रस्तावित है, जो कि वर्ष 2023-24 से 1 हजार 46 करोड़ रुपये अधिक है।

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