मध्य प्रदेश विद्युत मंडल तकनीकी कर्मचारी संघ के प्रतिनिधिमंडल ने आज मंगलवार 9 जुलाई 2024 को संघ के प्रांतीय महासचिव हरेंद्र श्रीवास्तव के नेतृत्व में मध्य प्रदेश पूर्व क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी के अधीक्षण अभियंता जबलपुर ग्रामीण कार्यालय के अंतर्गत जबलपुर ग्रामीण डिविजन के कार्यालय में कार्यपालन अभियंता विवेक जसेले से तकनीकी कर्मचारियों की लंबित समस्याओं का निदान करने हेतु चर्चा की।
हरेंद्र श्रीवास्तव ने तकनीकी कर्मचारियों की लंबित समस्याओं की जानकारी देते हुए बताया कि आउटसोर्स, संविदा एवं नियमित कर्मचारियों की अतिआवश्यक कार्य आने पर अवकाश के दिन ड्यूटी लगाई जाती है तो नियमानुसार लिखित आदेश निकालना है और अवकाश के दिन ड्यूटी कराने पर दुगनी दर से वेतन देना है, लेकिन ऐसा नहीं किया जा रहा है।
इसके अलावा डिस्ट्रीब्यूशन बॉक्स का फ्यूज अल्युमिनियम का लगाया जा रहा है जबकि सर्किट फ्यूज तांबे के तार का लगाया जाना चाहिए। सुरक्षा उपकरण का अभाव है। सब-स्टेशनों में आउटसोर्स या परीक्षण सहायक का कार्य कर रहे, सभी को सातवें दिन अवकाश देना है। सब-स्टेशनों में फर्स्ट एड बॉक्स एवं अग्निशमन यंत्र होना अतिआवश्यक है। तकनीकी कर्मचारियों की कार्य करने के लिए अधिकृत सूची दी जावे।
सौहार्दपूर्ण वातावरण में हुई चर्चा के दौरान कार्यपालन अभियंता विवेक जसेले ने कहा कि जिस तरह से उपभोक्ताओं की संख्या लगातार बढ़ रही है, उसी अनुपात में नियमित कर्मचारियों की भी भर्ती की जानी चाहिए। नियमित कर्मचारियों को करंट के कार्य करने का अधिकार होता है। नियमित कर्मचारियों की भर्ती होने से ही विद्युत कंपनी शिखर पर पहुंचेगी।
कार्यपालन अभियंता ने बताया कि जबलुर ग्रामीण संभाग में 1,30000 उपभोक्ता हैं। 12 डीसी हैं। ट्रांसफार्मर की संख्या 9780 है। सब-स्टेशन 33 हैं। इतने विशाल और विस्तृत क्षेत्र में फैले विद्युत तंत्र की व्यवस्था संभालने के लिए सिर्फ 70 नियमित कर्मचारी और 29 संविदा कर्मचारी हैं। जबकि आउटसोर्स कर्मियों की संख्या 297 है, उनसे करंट जोखिम का कार्य करने में अत्याधिक परेशानियों का सामना करना पड़ता है।
कार्यपालन अभियंता ने आश्वासन देते हुए कहा कि जिन कर्मचारियों के पास सुरक्षा उपकरण का अभाव है, उन्हें तत्काल उपलब्ध कराया जावेगा। तांबे के फ्यूज वायर खरीद कर कर्मचारियों के द्वारा डिसटीब्यूशन बॉक्स में लगवाए जाएंगे। बाकी सभी समस्याओं का निराकरण शीघ्र किया जावेगा। चर्चा के दौरान अजय कश्यप, मोहन दुबे, राजकुमार सैनी, लखन सिंह राजपूत, जगदीश मेहरा सहित उपस्थित थे।