मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव द्वारा मध्यप्रदेश में निवेश को प्रोत्साहित करने के लिए वर्ष 2025 को “उद्योग वर्ष” घोषित किया गया है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव के नेतृत्व में औद्योगिक विकास को बढ़ावा देने के लिए विभिन्न रणनीतियों, योजनाओं के माध्यम से सकारात्मक वातावरण के सुदृढ़ीकरण का सतत् प्रयास किया जा रहा है।
फरवरी 2025 में भोपाल में “इन्वेस्ट मध्यप्रदेश-ग्लोबल इन्वेस्टर समिट-2025″ का आयोजन प्रस्तावित है। जीआईएस-2025 समिट का उद्देश्य निवेशकों को राज्य की क्षमताओं, प्रचुर संसाधनों एवं अनुकूल औद्योगिक वातावरण से अवगत कर मध्यप्रदेश निवेश के लिये आदर्श राज्य के रूप में स्थापित करना एवं देश के अग्रणी राज्यों में शामिल करना है।
जीआईएस को सफल बनाने के लिए औद्योगिक नीति और निवेश प्रोत्साहन विभाग द्वारा मध्यप्रदेश में निवेश के अवसरों, संसाधनों पर देश के विभिन्न शहरों में इन्टरेक्टिव सेशन आयोजित किए जा रहे हैं। देश की वित्तीय राजधानी मुंबई में इस तरह का पहला सत्र आयोजित किया जा रहा है। मुंबई कई प्रमुख व्यावसायिक संगठनों/कंपनियों का मुख्यालय है, और यहाँ न केवल देश बल्कि एशिया का सबसे पुराना स्टॉक एक्सचेंज भी है। प्रस्तावित संवादात्मक सत्र में मुंबई में स्थित विभिन्न क्षेत्रों के प्रमुख उद्योगपतियों को आमंत्रित किया जा रहा है।
सत्र में मुख्यमंत्री डॉ. यादव शामिल होंगे। मध्यप्रदेश में निवेश, नवाचार और सतत विकास को बढ़ावा देने के लिए सरकार के दृष्टिकोण और प्रयासों को रेखांकित किया जाएगा। प्रमुख सचिव औद्योगिक नीति और निवेश प्रोत्साहन राघवेन्द्र सिंह, निवेश के अवसरों और संभावनाओं की जानकारी देंगे। कार्यक्रम में मध्यप्रदेश के प्रमुख उद्योगपति भी राज्य के औद्योगिक परिदृश्य और विकास की संभावनाओं पर अपने दृष्टिकोण साझा करेंगे।
यह सेशन निवेशकों को प्रमुख हितधारकों के साथ जुड़ने, राउंड टेबल चर्चाओं में भाग लेने और उद्योग जगत के प्रतिनिधियों के साथ नेटवर्क बनाने के लिए एक मंच प्रदान करेगा। उद्योग जगत के प्रतिनिधियों और मुख्यमंत्री के बीच वन-टू-वन मीटिंग होंगी। इसमें औद्योगिक विकास के संबंधित विषयों में सहयोग के लिए एक अनूठा अवसर प्राप्त होगा।