फरवरी 2018 के लिए जीएसटीआर 3बी रिटर्न दाखिल करने की अंतिम तिथि 20 मार्च, 2018 थी। फरवरी 2018 (फरवरी/मार्च में 26 मार्च तक प्राप्त) में जीएसटी के तहत कुल राजस्व संग्रह 85,174 करोड़ रुपये का रहा है।
25 मार्च, 2018 तक वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) के तहत कुल मिलाकर 1.05 करोड़ करदाता पंजीकृत किए गए हैं। इनमें से 18.17 लाख करदाता कंपोजीशन डीलर हैं जिनके लिए हर तिमाही में रिटर्न दाखिल करना आवश्यक है। वहीं, शेष 86.37 लाख करदाताओं के लिए मासिक रिटर्न दाखिल करना जरूरी है।
फरवरी 2018 के लिए 25 मार्च, 2018 तक 59.51 लाख जीएसटीआर 3बी रिटर्न दाखिल किए गए हैं। यह कुल करदाताओं का 69 प्रतिशत है जिनके लिए मासिक रिटर्न दाखिल करना आवश्यक है।
राज्यों का राजस्व-
मार्च 2018 (26 मार्च तक) के लिए जीएसटी के तहत संग्रहित 85174 करोड़ रुपये में से 14945 करोड़ रुपये का संग्रह सीजीएसटी के रूप में, 20456 करोड़ रुपये का संग्रह एसजीएसटी के रूप में, 42456 करोड़ रुपये का संग्रह आईजीएसटी के रूप में और 7317 करोड़ रुपये का संग्रह क्षतिपूर्ति उपकर (सेस) के रूप में हुआ है। इसके अलावा, 12140 करोड़ रुपये को आईजीएसटी से सीजीएसटी खाते में और 13424 करोड़ रुपये को आईजीएसटी से एसजीएसटी खाते में हस्तांतरित किया जा रहा है। यह हस्तांतरण क्रमश: सीजीएसटी और एसजीएसटी के भुगतान के लिए आईजीएसटी क्रेडिट के क्रॉस उपयोग के कारण धनराशि के निपटान के जरिए अथवा अंतर-राज्य बी2सी लेन-देन की वजह से किया जा रहा है। इस तरह कुल मिलाकर 25,564 करोड़ रुपये की राशि को निपटान के जरिए आईजीएसटी से सीजीएसटी/एसजीएसटी खाते में हस्तांतरित किया जा रहा है। अत: मार्च, 2018 (26 मार्च तक) के लिए सीजीएसटी और एसजीएसटी का कुल संग्रह क्रमश: 27,085 करोड़ रुपये और 33,880 करोड़ रुपये का रहा है, जिसमें निपटान (सेटलमेंट) के जरिए किए गए हस्तांतरण भी शामिल हैं।