काठमांडू (हि.स.)। नेपाल के प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली ने प्रतिनिधि सभा में रविवार को विश्वास मत का प्रस्ताव पेश करते हुए सत्ता सहयोगी नेपाली कांग्रेस के साथ हुए सात सूत्री समझौते को पहली बार सार्जनिक किया। इसके मुताबिक दो साल तक ओली प्रधानमंत्री पद संभालेंगे और इसके बाद नेपाली कांग्रेस सरकार का नेतृत्व करेगी।
प्रतिनिधि सभा का विशेष सत्र शुरू होते ही प्रधानमंत्री एवं सीपीएन (यूएमएल) के अध्यक्ष ओली ने विश्वास मत का प्रस्ताव पेश किया। इस दौरान ओली ने सरकार बनाने के लिए नेपाली कांग्रेस के साथ हुए समझौते को पहली बार सार्वजनिक किया। इसके मुताबिक संसद के बाकी बचे कार्यकाल के दो वर्ष तक के लिए ओली प्रधानमंत्री पद संभालेंगे। इसके बाद शेष कार्यकाल के लिए प्रधानमंत्री का पद नेपाली कांग्रेस के पास रहेगा। प्रदेश सरकारों के बारे में समझौते में यह लिखा है कि तीन प्रदेश में नेपाली कांग्रेस और तीन प्रदेश में सीपीएन (यूएमल) के नेतृत्व में सरकार होगी, जबकि एक प्रदेश मधेशी दल को दिया जाएगा।
सात सूत्री समझौते में राष्ट्रीय हित की रक्षा, भ्रष्टाचार नियंत्रण कर सुशासन कायम करने, राष्ट्र विकास निर्माण के कार्य को तीव्रता प्रदान करने तथा राजनीतिक स्थिरता के लिए बाकी दलों को भी सरकीर में शामिल करने की बात कही गई है। ओली ने संसद में बताया कि राष्ट्रीय सहमति कायम करते हुए व्यावहारिक कठिनाइयों को दूर करने के लिए संविधान में संशोधन किया जाएगा। प्रधानमंत्री ने कहा कि संविधान के कमजोर पक्ष का अध्ययन कर उसमें संशोधन किया जाएगा।
उल्लेखनीय है कि ओली सरकार ने संसद के निचल सदन प्रतिनिधि सभा में विश्वास मत हासिल कर लिया। ओली सरकार के पक्ष में 188 और विपक्ष में 74 सदस्यों ने मतदान किया। 275 सदस्यीय प्रतिनिधि सभा में विश्वास मत प्रस्ताव पर वोटिंग के दौरान 263 सदस्य उपस्थित रहे।