रानी अवंति बाई लोधी सागर परियोजना बरगी बांध के जल स्तर को नियंत्रित करने इसके जलद्वारों को कभी भी खोला जा सकता है। बांध के जलद्वारों को खोले जाने की संभावनाओं के मद्देनजर परियोजना प्रशासन ने अलर्ट जारी कर निचले क्षेत्र के रहवासियों से नर्मदा तट से सुरक्षित दूरी बनाये रखने का आग्रह किया है।
रानी अवंति बाई लोधी सागर परियोजना के मुख्य अभियंता एसबी सिंह के अनुसार बरगी बांध के 14 हजार 556 वर्ग किलोमीटर जलग्रहण क्षेत्र में पिछले चार दिनों में 156 मिलीमीटर वर्षा दर्ज की गई है और इस वजह से इसका जलस्तर आज गुरुवार की शाम बजे तक 416.30 मीटर हो गया है। उन्होंने बताया कि विगत तीन दिनों में बरगी बांध में 465 मिलियन घन मीटर पानी की आवक दर्ज की गई है और अभी भी प्रति सेकेंड 1 हजार 432 घन मीटर ( 50 हजार 571 घन फुट ) पानी की आवक बांध में हो रही है।
मुख्य अभियंता के मुताबिक यदि बांध में वर्षा जल की आवक की यही रफ्तार बनी रही तो 28 जुलाई को इसका जलस्तर 418 मीटर के ऊपर पहुँचने की संभावना है, जबकि बांध के ऑपरेशनल मैन्युल के मुताबिक 31 जुलाई तक इसे 417.50 मीटर रखा जाना निर्धारित है। उन्होंने बताया कि वर्षा एवं पानी की आवक को देखते हुये बांध का जलस्तर 418 मीटर पहुँचने पर इसके गेट कभी भी खोले जा सकते हैं।
मुख्य अभियंता एसबी सिंह के अनुसार बांध के खोले जाने वाले गेट की संख्या एवं जल निकासी की मात्रा की जानकारी परियोजना प्रशासन द्वारा अलग से दी जायेगी। एसबी सिंह ने बताया कि बांध से पानी छोड़े जाने से निचले क्षेत्र के नर्मदा घाटों में जल स्तर तेजी से बढ़ सकता है। उन्होंने बांध के निचले क्षेत्र के रहवासियों एवं नागरिकों से नर्मदा के तटीय एवं जलभराव क्षेत्रों से सुरक्षित दूरी बनाये रखने का आग्रह किया है।