रेल मंत्रालय द्वारा सभी जोनल रेलवे को आवंटित खर्च एवं प्राप्तियों का विवरण रेगुलर बजट पिंक बुक जारी कर दिया गया है। पश्चिम मध्य रेल को रेगुलर बजट 2024-25 में नेट प्लान आउटले कुल रुपये 9491 करोड़ का है। जबकि फरवरी में अंतरिम बजट 2024-25 में नेट प्लान आउटले कुल रुपये 9398 करोड़ था। इस प्रकार रुपये 93 करोड़ अधिक बजट प्राप्त हुआ है।
जिसमें रेगुलर बजट 2024-25 के अंतर्गत पमरे की विभिन्न परियोजनाओं एवं अन्य खर्चे हेतु बजट का आवंटन निम्न प्रकार से किया गया है-
* नई लाइनों- रुपये 2480 करोड़।
* दोहरीकरण/तिहरीकरण- रुपये 1372 करोड़।
* ट्रैफिक फेसीलिटिस-यार्ड रिमॉडलिंग- रुपये 140 करोड़।
* रोड सेफ्टी वर्क (लेवल क्रोसिंग)- रुपये 15 करोड़।
* रोड सेफ्टी वर्क (आरयूबी/आरओबी)- रुपये 627 करोड़।
* ट्रैक रिन्यूवल- रुपये 970 करोड़।
* ब्रिजों वर्क/टनल वर्क- रुपये 121 करोड़।
* सिगनल एंड टेलीकम्युनिकेशन- रुपये 236 करोड़।
* इलेक्ट्रिकल वर्क टीआरडी- रुपये 105 करोड़
* यात्री सुविधाएँ- रुपये 379 करोड़।
* कारखाने एवं उत्पादन इकाइयों- रुपये 103 करोड़।
प्रमुख नई लाइनों एवं परियोजनाओं के निर्माण के अंतर्गत
* ललितपुर-सतना, रीवा-सिंगरौली एवं महोबा-खजुराहो (541 किमी) नई रेललाइन के लिए- रुपये 850 करोड़।
* रामगंजमंडी-भोपाल (262 किमी) नई रेललाइन के लिए – रुपये 523 करोड़।
* जबलपुर-इंदौर (342 किमी) नई रेललाइन के लिए- रुपये 1107 करोड़।
* बुदनी-बरखेड़ा तीसरी लाइन- रुपये 200 करोड़।
* कटनी-सिंगरौली (261किमी) दोहरीकरण के लिए- रुपये 400 करोड़।
* कटनी-बीना (278 किमी) तीसरी लाइन- रुपये 350 करोड़।
* कटनी ग्रेड सेपरेटर वायडक्ट (21.5 किमी)- रुपये 300 करोड़।
अन्य प्रमुख परियोजनायें
- मदनमहल एवं हाऊबाग स्टेशनों के कोचिंग टर्मिनल के लिए- रुपये 15 करोड़।
- स्टेशनों पर फुट ओवर ब्रिज/हाई लेवल प्लेटफार्म कार्य के लिए- रुपये 75 करोड़।
- स्टेशनों पर उन्नयन कार्य के लिए- रुपये 201 करोड़।
- माल गोदामों के उन्नयन/आधुनिकीकरण कार्य के लिए- रुपये 36 करोड़।