बिजली कंपनी के एक कर्मी ने जूनियर इंजीनियर की प्रताड़ना से आकर फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। मृत्यु से पहले लिखे सुसाइड नोट में बिजली कर्मी ने अपनी मृत्यु का जिम्मेदार जूनियर इंजीनियर को ठहराया है।
गलत नीतियां और तानाशाह बिजली अधिकारी आउटसोर्स कर्मचारियों की मौत के कारण बन रहे हैं। ऐसी ही घटना सिहोर जिले के आउटसोर्स कर्मचारी के साथ घटित हुई है, जिसका नाम अंकित यादव जो की वितरण केन्द्र हकीमाबाद संभाग आष्टा, सर्किल सिहोर में कार्यरत था। उस पर कनिष्ठ अभियंता राम कृपाल मिश्रा के द्वारा कार्य का बेजा दबाव डाला गया, जैसा कि आउटसोर्स कर्मचारी के द्वारा सुसाइड करने से पूर्व सुसाइड नोट और वीडियो रिकॉर्ड करके कनिष्ठ अभियंता के ऊपर आरोप लगाए है।
इस मामले में आउटसोर्स कर्मचारी संघ के सतीश साहू ने बताया की ऐसी घटना पूरे प्रदेश में बिजली विभाग के अन्य कर्मचारियों के साथ हो रही है। वहीं अधिकारी दबाव बनाकर नियम विरुद्ध खंबे पर चढ़ाकर कार्य कराते हैं, जिससे अकेले सिहोर जिले 6 माह के अंदर 6 बिजली कर्मचारियों की कार्य के दौरान जान चली गई है।