इस वर्ष पुष्पांजलि पंचांग के अनुसार बुधवार 5 जून को प्रातःकाल 4:14 बजे से शुक्रवार 7 जून के प्रातःकाल 7:55 बजे तक सूर्य, शुक्र, बुध, गुरु और चंद्रमा वृष राशि में रहेंगे। इसके पहले यह योग 21 मई 2012 से 23 मई 2012 तक था। परंतु उस समय केतु भी साथ में था। जिसके कारण इस पंचग्रही योग का प्रभाव काफी कम हो गया था। परंतु इस बार इस पंचग्रही योग पर केतु की दृष्टि है, केतु का सीधा असर नहीं है।
अगर हम इस पंच ग्रही योग के साथ केतु की दृष्टि को भी लें तो इस प्रकार का योग पिछले 300 वर्षों में नहीं पड़ा है। अर्थात सूर्य, बुध, गुरु, शुक्र और चंद्रमा वृष राशि में हों और केतु ग्रह कन्या राशि इन सभी ग्रहों को देख रहा हो इस प्रकार का योग पिछले 300 वर्षों में कभी नहीं पड़ा है। मुझे इस बात का अनुमान है कि यह समय 500 वर्षों तक जा सकता है, चूंकि मैंने 300 वर्ष तक का स्वयं ही चेक किया है, अतः में इसको 300 वर्ष तक कह रहा हूं।
ज्योतिषाचार्य पंडित अनिल पाण्डेय का कहना है कि भुवन विजय पंचांग के अनुसार यह योग 5 जून को प्रातः 3 3:40 बजे से प्रारंभ हो रहा है और 7 तारीख को प्रातः काल 8:18 बजे तक रहेगा। लाला रामस्वरूप पंचांग के अनुसार यह योग 4 जून को 3:44 बजे रात से प्रारंभ हो रहा है और 7 जून को 8:22 बजे दिन तक रहेगा।
पंडित अनिल पाण्डेय ने बताया कि इस योग के समय सूर्य 21 डिग्री 32 मिनट का है शुक्र 21 डिग्री 3 का मिनट का है और बुध 11 डिग्री 4 मिनट का है अतः शुक्र और बुध अस्त रहेंगे। इस दौरान इनका प्रभाव बहुत कम रहेगा। चंद्रमा 6 तारीख को अस्त रहेगा परंतु चार और पांच तारीख को अधिकतर समय में वह अस्त नहीं रहेगा। हम सभी जानते हैं कि चंद्रमा वृष राशि में उच्च का होता है और सूर्य अपने शत्रु ग्रह की राशि में होता है।
पंचग्रही योग पर केतु की दृष्टि के प्रभाव की राशिवार विवेचना
मेष राशि
मेष राशि में यह योग द्वितीय भाव में बन रहा है जो की धन भाव कहलाता है। इस भाव से धन सम्मान मनोकामना दाई आंख आपकी विवेचना की जाती है। मेष राशि वालों को पर्याप्त धन की प्राप्ति होगी, सम्मान की प्राप्ति होगी और व्यापार में स्थिरता रहेगी।
वृष राशि
वृष राशि वाले जातकों के लिए इस योग के कारण उनका स्वास्थ्य सामान्य रहेगा व्यापार स्थिर रहेगा विवाह के प्रस्ताव आ सकते हैं, परंतु उनको चर्म संबंधी विकार हो सकता है।
मिथुन राशि
आपके खर्चे में वृद्धि होगी। कचहरी के कार्यों में सामान्य रूप से सफलता मिल सकती है। प्रेम संबंधों में वृद्धि हो सकती है।
कर्क राशि
धन लाभ की मात्रा बढ़ेगी। व्यापार में लाभ होगा। मानसिक क्षोभ हो सकता है। छात्रों की पढ़ाई ठीक चलेगी। रिजल्ट में अच्छे परिणाम आएंगे।
सिंह राशि
प्रशासनिक कार्य कुशलता में वृद्धि होगी। पिताजी को मानसिक क्लेश हो सकता है। माता जी का स्वास्थ्य ठीक रहेगा। आपके सम्मान में वृद्धि होगी।
कन्या राशि
भाग्य से आपको मदद मिल सकती है। आपके जीवनसाथी के भाग्य से भी आपको मदद मिलेगी। भाई-बहनों के साथ संबंध सामान्य रहेंगे।
तुला राशि
प्रेम संबंध में वृद्धि हो सकती है। ऋण में कमी होगी। गुप्त शत्रु बनेंगे। कोई सामग्री चोरी भी हो सकती है। धन आने का पर्याप्त योग है।
वृश्चिक राशि
विवाह तय होने का उपयुक्त समय है। विवाह के अच्छे प्रस्ताव आएंगे। प्रेम संबंधों में वृद्धि होगी। व्यापार में वृद्धि होगी। धन पर्याप्त मात्रा में आएगा।
धनु राशि
आंख और हड्डी के रोग होने की संभावना है। मानसिक तनाव भी आएगा। शत्रु बढ़ेंगे। पेट में पीड़ा हो सकती है।
मकर राशि
छात्रों की पढ़ाई ठीक-ठाक चलेगी। संतान से सहयोग प्राप्त होगा। धन लाभ होने की उम्मीद है।
कुंभ राशि
प्रतिष्ठा में वृद्धि होगी। माता जी का स्वास्थ्य ठीक-ठाक रहेगा। उनको मानसिक परेशानी हो सकती है। आपके खर्चे में वृद्धि होगी आपके घर में मंगल कार्यक्रम हो सकते हैं।
मीन राशि
बहनों के साथ संबंध सामान्य रहेगा, लेकिन भाइयों के साथ तनाव हो सकता है। आपके पराक्रम में वृद्धि होगी। भाग्य से कोई खास मदद नहीं प्राप्त होगी।