कानपुर (हि.स.)। इस वर्ष चैत्र नवरात्रि मंगलवार 9 अप्रैल से शुरु होगी, जो बुधवार 17 अप्रैल 2024 को रामनवमी के दिन समाप्त होगी। इस साल चैत्र शुक्ल की प्रतिपदा तिथि सोमवार 8 अप्रैल को रात 11:50 बजे से शुरू होगी। यह तिथि 9 अप्रैल को संध्याकाल 8:30 बजे समाप्त होगी। उदयातिथि के अनुसार 9 अप्रैल को कलश स्थापना होगी।
आचार्य रामअवतार पाण्डेय ने बताया कि उदयातिथि के अनुसार मंगलवार 9 अप्रैल को कलश स्थापना का समय सुबह 5:52 बजे से सुबह 10:04 बजे तक है। इसके अलावा सुबह 11:45 से दोपहर 12:35 बजे तक अभिजीत मुहूर्त है। इन दोनों मुहूर्त में घट स्थापना कर सकते हैं।
चैत्र नवरात्रि के पहले दिन यानी प्रतिपदा तिथि पर सर्वार्थ सिद्धि योग और अमृत सिद्धि योग का निर्माण हो रहा है। इस दिन अमृत और सर्वार्थ सिद्धि योग का निर्माण सुबह 7:32 बजे से हो रहा है। ये दोनों योग संध्याकाल 5:06 बजे तक हैं।
आचार्य रामअवतार पाण्डेय ने बताया कि चैत्र नवरात्रि में माँ दुर्गा इस बार घोड़े पर सवार होकर आएंगी। माँ दुर्गा का वाहन इस बात पर निर्भर करता है कि नवरात्रि का पर्व किस दिन से आरंभ हो रहा है।
पंचांग के अनुसार इस साल नवरात्रि का आरंभ मंगलवार 9 अप्रैल से हो रहा है, इसलिए माँ दुर्गा का वाहन अश्व यानी घोड़ा होगा। बुधवार 17 अप्रैल नवरात्रि का समापन होगा और माँ दुर्गा हाथी पर प्रस्थान करेंगी। माँ दुर्गा का हाथी पर सवार होकर प्रस्थान करना शुभ संकेत है। 9 अप्रैल से चैत्र शुक्ल प्रतिपदा के साथ ही विक्रम संवत 2081 की शुरुआत होगी।