सुहागिन महिलाओं द्वारा पति की लंबी आयु और कुंवारी युवतियों के द्वारा मनचाहा जीवनसाथी पाने के लिए हरतालिका तीज का व्रत भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को रखा जाता है, इस वर्ष तृतीया तिथि शुक्रवार 6 सितंबर को पड़ रही है। हरतालिका तीज व्रत को तीजा व्रत भी कहा जाता है।
तीजा व्रत सुहागिन महिलाओं का सबसे महत्वपूर्ण और प्रसिद्ध व्रत है। इस दिन सौभाग्यवती महिलाएं अपने सौभाग्य को अक्षुण्ण बनाए रखने और कुंवारी युवतियां मनचाहा जीवनसाथी एवं सुखी दांपत्य के लिए निर्जला व्रत करती हैं। हरतालिका तीज के व्रत की पूजा में भगवान शिव, माता गौरी और गणेशजी की पूजा का विशेष महत्व है।
हिंदू पंचांग के अनुसार तृतीया तिथि गुरुवार 5 सितंबर को सुबह 12:21 बजे से प्रारंभ होगी और शुक्रवार 6 सितंबर को अपरान्ह 3:01 बजे समाप्त होगी। उदयातिथि के अनुसार हरतालिका तीज शुक्रवार 6 सितंबर को मनाई जाएगी।