ज्योतिषाचार्य पं अनिल कुमार पाण्डेय
प्रश्न कुंडली एवं वास्तु शास्त्र विशेषज्ञ
भारतवर्ष में बहुत सारी मान्यताएं हैं। जिनका कारण किसी को पता नहीं है, परंतु अधिकांश लोग उनको मानते हैं। इन्हीं में से एक है बिल्ली के रास्ता काटने पर आगे न बढ़ना।
अंधेरी रात में बिहार राज्य के किसी नक्सल प्रभावित क्षेत्र में सड़क मार्ग से आप कार में बैठकर कहीं जा रहे हैं। ड्राइवर गाड़ी चला रहा है। इसी बीच ड्राइवर एकाएक गाड़ी रोक देता है। आप जब उससे कारण पूछते हैं तो वह कहता है कि बिल्ली ने रास्ता काट दिया है। अब जब तक कोई दूसरी गाड़ी आगे नहीं निकल जाएगी, वह गाड़ी को आगे नहीं बढ़ायेगा। आप उससे बार-बार कहते हैं, यह खतरनाक जगह है, परंतु वह अपनी बात से टस से मस नहीं होता। ड्राइवर बार-बार कहता है कि कोई दूसरा नहीं निकल जाएगा, तब तक वह गाड़ी नहीं निकालेगा। आप ने होशियारी की और स्वयं पैदल थोड़ी दूर चल कर बिल्ली ने जहां रास्ता काटा था उससे आगे पहुंच गए। अब ड्राइवर आराम से गाड़ी लेकर आ गया और आप बैठ कर चले दिए। यह कोरी गप्प नहीं है वरन मेरा भोगा हुआ यथार्थ है। लोगों के दिमाग में बिल्ली का रास्ता काटना ऐसा बैठ चुका है कि हमारे देश के 80 प्रतिशत से ज्यादा ड्राइवर बिल्कुल ही गाड़ी आगे नहीं बढ़ाते हैं। आइए पता करते हैं इस मान्यता का कारण क्या है।
भारतीय ज्योतिष में राहु को एक दुष्ट ग्रह माना गया है। प्राचीन ग्रंथों के अनुसार राहु अंधकार रूपी रथ पर बैठकर एक जगह से दूसरी जगह जाते हैं। इस रथ को आठ काले घोड़े खींचते हैं। बाद में जनश्रुति में 8 घोड़ों स्थान काली बिल्ली ने ले लिया। लोग बिल्ली को राहु की सवारी मानने लगे। इसलिए जितना लोग राहु से डरते थे, उतना ही वे काली बिल्ली से भी डरने लगे।
फैले हुए भ्रम के अनुसार बिल्ली का रास्ता काटना तभी अशुभ माना जाता है, जब-जब बिल्ली बायीं ओर रास्ता काटते हुए दायीं ओर जाए। अन्य स्थितियों में बिल्ली का रास्ता काटना अशुभ नहीं माना जाता है। मान्यता है कि कुत्ते की तरह बिल्ली की छठी इन्द्री काफी विकसित होती है, इसलिए यह भविष्य में होने वाली घटनाओं को पहले जान लेती है।
तंत्र विद्या में बिल्ली को महत्वपूर्ण जीव माना गया है। माना जाता है कि बिल्ली अगर घर में आकर रोने लगे तो कोई अनहोनी घटना हो सकती है। बिल्लियों का आपस में लड़ना धन हानि एवं किसी से लड़ाई का संकेत होता है।
ग्रह दोषों से रक्षा करती बिल्ली
बिल्ली को राहु की सवारी कहा गया है। जिनकी कुण्डली में राहु शुभ नहीं है, उन्हें राहु के अशुभ प्रभाव से बचने के लिए बिल्ली पालना चाहिए। लाल किताब के टोटके के अनुसार बिल्ली की जेर को लाल कपड़े में लपेटकर बाजू पर बांधने से कालसर्प दोष से बचाव होता। ऊपरी चक्कर, नज़र दोष, प्रेत बाधा इन सभी में बिल्ली की जेर बांधने से लाभ मिलता है।
वास्तविकता यह है कि बिल्ली के रास्ता काटने से शुभ या अशुभ कुछ नहीं होता है। अगर आपके दिमाग में इस बात का भ्रम है तो आपकी मानसिक स्थिति खराब हो जाएगी और आप कोई भी दुर्घटना कर सकते हैं। अतः अगर आप बिल्ली के रास्ता काटने को अशुभ मानते हैं तो अपनी मानसिक प्रताड़ना से बचने के लिए थोड़ा रुक जाएं और अगर आप बिल्ली के रास्ता काटने को खराब नहीं मानते हैं या अच्छा मानते हैं तो आपको रुकने की कोई आवश्यकता नहीं है।
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