पंच वक्री ग्रह योग का क्या पड़ेगा आपके जीवन पर प्रभाव, यहां जानें इसके प्रभाव से बचने के उपाय

पं अनिल कुमार पाण्डेय
प्रश्न कुंडली एवं वास्तु शास्त्र विशेषज्ञ
साकेत धाम कॉलोनी, मकरोनिया
सागर, मध्य प्रदेश- 470004
व्हाट्सएप- 8959594400

24 अगस्त से बुद्ध सिंह राशि में वक्री हो जाएगा जो की 16 सितंबर तक वक्री रहेगा। इसी भांति शुक्र 7 सितंबर से वक्री हो गया है जो की 4 सितंबर तक वक्री रहेगा। शनि ग्रह 18 जून से वक्री है जो की 4 नवंबर तक वक्री रहेगा। राहु और केतु दोनों ही वक्री हैं। इस प्रकार 24 अगस्त से 4 सितंबर तक नवग्रह में से 5 ग्रह वक्री रहेंगे और चार ग्रह मार्गी रहेंगे। इस प्रकार वक्री ग्रहों का असर मार्गी ग्रहों के असर से बढ़ जाएगा।

पंच वक्री ग्रह योग के प्रभाव से बचने के लिए भगवान शिव का प्रतिदिन दूध और जल से अभिषेक करें। गाय को प्रतिदिन हरा चारा खिलाएं। शनिवार के दिन शनि देव की पूजा करें आदि उपाय करना चाहिए।

मेष राशि

आपके धन लाभ में कमी होगी। अविवाहित जातकों के विवाह में बाधा आ सकती है। संतान को कष्ट होगा। छात्रों की पढ़ाई में बाधा आएगी। माता जी को कष्ट हो सकता है। जनता में आपकी प्रतिष्ठा गिर सकती है।

वृष राशि

अगर आप कर्मचारी या अधिकारी हैं तो आपकी कार्यालय में प्रतिष्ठा गिरेगी। पिताजी को कष्ट हो सकता है। संतान से सहयोग प्राप्त नहीं हो पाएगा। संतान की उन्नति में बाधा पड़ सकती है, माता जी को कष्ट हो सकता है। भाइयों के साथ संबंध ठीक हो सकते हैं।

मिथुन राशि

पंचग्रही योग के कारण आपको धन लाभ हो सकता है, परंतु भाग्य आपका कम साथ देगा। एक भाई के साथ में तनाव बढ़ सकता है। संतान आपके साथ सहयोग करेगी। छात्रों की पढ़ाई ठीक चलेगी।

कर्क राशि

आपका स्वास्थ्य पहले से ठीक होगा। अगर आप अविवाहित हैं तो विवाह के उत्तम प्रस्ताव आएंगे। जीवनसाथी को कष्ट हो सकता है। छोटी-मोटी दुर्घटना का भी योग है। धन आएगा परंतु उसकी मात्रा में कमी हो सकती है।  

सिंह राशि

पंच वक्री ग्रह योग के दौरान आपको मानसिक कष्ट हो सकता है। आपके जीवनसाथी को कष्ट होगा। वैवाहिक संबंधों में बाधा आएगी। कचहरी के कार्यों में थोड़ी बहुत सफलता मिल सकती है। भाइयों के साथ संबंध तनावपूर्ण हो सकते हैं। 

कन्या राशि

कचहरी के कार्यों में सफलता में कमी आएगी। धन आने का योग है। शत्रुओं की संख्या में वृद्धि होगी। दुर्घटना हो सकती है।

तुला राशि

अविवाहित जातकों के शादी विवाह में बाधा आएगी। धन के आने की मात्रा में थोड़ी कमी हो सकती है। आपको अपनी संतान से सहयोग नहीं प्राप्त होगा। संतान को कष्ट भी हो सकता है। छात्रों की पढ़ाई में बाधा आ सकती है। कार्यालय में आपकी स्थिति ठीक रहेगी।

वृश्चिक राशि

मंच ग्रह वक्री योग के दौरान भाग्य आपका साथ देगा। कार्यालय में आपकी प्रतिष्ठा में थोड़ी गिरावट होगी। माता जी और पिताजी दोनों को कष्ट हो सकता है। आपके सुख में कमी आएगी।

धनु राशि

पांच ग्रहों के वक्री होने के कारण भाग्य से मिल रही मदद में बाधा पड़ेगी अर्थात आपको थोड़ी कम मदद  मिलेगी। आपको धन हानि हो सकती है। जननांगों में पीड़ा हो सकती है। बहनों के साथ आपका क्लेश हो सकता है। धन आने की उम्मीद है।

मकर राशि

पंच वक्री ग्रह योग के कारण दुर्घटनाएं बढ़ सकती हैं। आपके जीवनसाथी को शारीरिक कष्ट से मुक्ति मिलेगी। अगर आप अविवाहित हैं तो विवाह के सुंदर प्रस्ताव आएंगे। धन की कमी हो सकती है। माता जी को कष्ट हो सकता है। शासन में आपकी उपयोगिता बढ़ेगी।

कुंभ राशि

कुंभ राशि के जातकों को शारीरिक कष्ट बढ़ सकता है। आपको नसों की या मानसिक तकलीफ हो सकती है। आपके जीवनसाथी का भी शारीरिक कष्ट थोड़ा बढ़ेगा। शत्रुओं की संख्या में वृद्धि होगी। भाग्य आपका साथ देगा। दूर यात्रा का योग भी बन सकता है। 

मीन राशि

मीन राशि के जातकों को इस पंच वक्री ग्रह योग के कारण कचहरी के कार्यों में असफलता प्राप्त होगी। छोटी-मोटी दुर्घटना हो सकती है। शत्रुओं की संख्या में वृद्धि होगी। संतान का सहयोग प्राप्त नहीं हो पाएगा। संतान को कष्ट होगा।