नई दिल्ली (हि.स.)। सोना और चांदी अपने सर्वोच्च स्तर के करीब पहुंच कर कारोबार कर रहे हैं। इसके बावजूद आज धनतेरस के मौके पर देर रात तक सर्राफा बाजार में 50,000 करोड़ रुपये से ज्यादा का खुदरा कारोबार होने की उम्मीद है। शाम 4 बजे तक सर्राफा बाजारों में लगभग 30,000 करोड़ रुपये कीमत का सोना और 4,200 करोड़ रुपये कीमत की चांदी बिक चुकी थी। धनतेरस की बिक्री आमतौर पर रात 10 बजे तक चलती है। माना जा रहा है कि आज का कारोबार खत्म होने तक सर्राफा बाजारों में लगभग 45,000 करोड़ रुपये का सोना और 6,500 करोड़ रुपये की चांदी बिक चुकी होगी।
ऑल इंडिया ज्वेलर्स एंड गोल्डस्मिथ फेडरेशन (एआईजेजीएफ) के अनुसार धनतेरस पर सोने और चांदी की बिक्री में जोरदार तेजी आई है। हालांकि पिछले कुछ महीने से अंतरराष्ट्रीय बाजार में आई तेजी के कारण इन दोनों चमकीली धातुओं की कीमत में घरेलू सर्राफा बाजारों में भी जोरदार बढ़ोतरी हो चुकी है। कीमत में आई तेजी की वजह से इस बार धनतेरस के के मौके पर मात्रात्मक तौर पर इनकी बिक्री में कुछ कमी जरूर हुई है, लेकिन मूल्य के रूप में देखा जाए तो पिछले धनतेरस की तुलना में अभी तक अधिक बिक्री होती हुई नजर आ रही है। पिछले साल धनतेरस के दिन शाम 4 बजे तक लगभग 40 टन सोने की बिक्री हुई थी, वहीं 440 टन चांदी का कारोबार हुआ था लेकिन इस साल शाम 4 बजे तक लगभग 36 टन सोने की बिक्री हुई है, जबकि 410 टन चांदी की बिक्री हुई है।
धनतेरस के दिन सोने या चांदी की खरीदारी करना परंपरागत तौर पर काफी शुभ माना जाता है। हिंदू धर्म की मान्यताओं के अनुसार आज के दिन सोना और चांदी की खरीदारी करने से पूरे साल घर में लक्ष्मी का वास रहा होता है। यही वजह है कि आज बड़ी संख्या में लोग सोने और चांदी की छोटी मात्रा तक खरीदने के लिए उत्सुक रहते हैं। सोने के भाव में आई तेजी के कारण इस साल कई बड़ी कंपनियां आधे और चौथाई ग्राम तक के गोल्ड कॉइन बेच रही हैं, जिनकी बड़े पैमाने पर बिक्री भी हो रही है।
ऑल इंडिया ज्वेलर्स एंड गोल्डस्मिथ फेडरेशन के मुताबिक आज शाम 4 बजे तक हुई सोने-चांदी की बिक्री में सबसे बड़ी हिस्सेदारी उत्तर क्षेत्र की रही है। इस क्षेत्र में सोने चांदी का कुल 34 प्रतिशत कारोबार हुआ है, जबकि पश्चिम क्षेत्र में शाम 4 बजे तक 26 प्रतिशत बिक्री हुई थी। सबसे कम बिक्री पूर्व क्षेत्र में हुई है, जहां शाम चार बजे तक सिर्फ 9 प्रतिशत सोने-चांदी का ही कारोबार हुआ था। इसके अलावा दक्षिण क्षेत्र में 18 प्रतिशत और मध्य क्षेत्र में 13 प्रतिशत सोने-चांदी का कारोबार हुआ है।