Monday, May 20, 2024
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सामाजिक योजनाओं का क्रियान्वयन ‘पूर्ण लक्ष्य’ तक पहुंचने के करीब: वित्त मंत्री

नई दिल्ली (हि.स.)। केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि सरकार गरीबों को बुनियादी जरूरतें उपलब्ध कराने के लिए बनाई गई सामाजिक योजनाओं के क्रियान्वयन को लेकर ‘पूर्ण लक्ष्य’ तक पहुंचने के करीब है। इसके साथ ही उन्होंने छात्रों से 2047 तक एक विकसित राष्ट्र बनने का आह्वान भी किया।

निर्मला सीतारमण ने राजधानी दिल्ली विश्वविद्यालय के हिंदू कॉलेज की 125वीं वर्षगांठ के अवसर पर छात्रों को संबोधित करते हुए यह बात कही। वित्त मंत्री ने छात्रों को संबोधित करते हुए कहा कि ‘अब समय आ गया है कि भारत आर्थिक रूप से ‘आत्मनिर्भर’ बने और 2047 तक एक विकसित राष्ट्र बनने की ओर आगे बढ़े।’ कार्यक्रम में सीतारमण ने कहा कि हमने एक विकसित भारत की नींव रखी है, सभी को बुनियादी जरूरतें प्रदान करके लोगों को सशक्त बनाया है। उन्होंने कहा कि पहले भी सरकार के पास घर, सड़क और पानी आदि उपलब्ध कराने की योजनाएं थीं, लेकिन उन पर तेजी से काम करने की भावना गायब थी।

वित्त मंत्री ने कहा कि आजादी के 60 साल बाद भी लगभग 50 फीसदी आबादी बुनियादी चीजों से वंचित थी। सीतारमण ने आगे कहा कि डीबीटी से न केवल सरकारी धन अंतरण में पारदर्शिता आई है, बल्कि प्रौद्योगिकी के उपयोग से दक्षता भी बढ़ी है। उन्होंने यह भी कहा कि सरकार ने प्रत्यक्ष लाभ अंतरण (डीबीटी) के तहत फर्जी और अवांछित लाभार्थियों को बाहर करके 2.5 लाख करोड़ रुपये की बचत की है।

सीतारमण ने यह भी कहा कि तिलहन और दलहन को छोड़कर देश कृषि के मामले में लगभग आत्मनिर्भर है। उन्होंने इस बात की वकालत की कि किसी को खाना बर्बाद नहीं करना चाहिए, क्योंकि दुनिया के कई हिस्से खाद्यान्न समस्या से जूझ रहे हैं। इसके साथ ही उन्होंने छात्रों से कहा कि देश 25 जनवरी को राष्ट्रीय मतदाता दिवस मनाता है। वित्त मंत्री ने कहा कि वोट देना सिर्फ नागरिकों का अधिकार नहीं है, बल्कि यह उनका कर्तव्य भी है, जबकि पहली बार मतदान करने वालों की जिम्मेदारी अधिक है।

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