नई दिल्ली (हि.स.)। चालू वित्त वर्ष 2024-25 में अबतक 17 दिसंबर, 2024 तक शुद्ध प्रत्यक्ष कर संग्रह सालाना आधार पर 16.45 फीसदी बढ़कर 15.82 लाख करोड़ रुपये से अधिक रहा है।
केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (सीबीडीटी) ने बुधवार को जारी आंकड़ों में बताया कि चालू वित्त वर्ष 2024-25 में एक अप्रैल से लेकर 17 दिसंबर, 2024 तक प्रत्यक्ष कर का कुल संग्रह 15,82,584 करोड़ रुपये (15.82 लाख करोड़ रुपये) रहा है। इस दौरान सकल प्रत्यक्ष कर संग्रह 19,21,508 करोड़ रुपये (19.21 लाख करोड़ रुपये) रहा, जो पिछले साल की समान अवधि के संग्रह की तुलना में 20.32 फीसदी अधिक है।
आंकड़ों के मुताबिक इस दौरान अग्रिम कर संग्रह में सालाना आधार पर 21 फीसदी की बढ़ोतरी दर्ज की गई, यह 7.56 लाख करोड़ रुपये हो गया है। सीबीडीटी के अनुसार कुल कर संग्रह में 7.42 लाख करोड़ रुपये से अधिक का कॉरपोरेट कर और 7.97 लाख करोड़ रुपये का गैर-कॉरपोरेट कर संग्रह भी शामिल है। आंकड़ों के मुताबिक इस अवधि में 40,114 करोड़ रुपये का प्रतिभूति लेन-देन कर (एसटीटी) भी एकत्र किया गया। इस अवधि के दौरान 3.39 लाख करोड़ रुपये के कर रिफंड जारी किए गए हैं, जो सालाना आधार पर 42.49 फीसदी अधिक है।
गौरतलब है कि प्रत्यक्ष कर संग्रह में कॉरपोरेट कर, व्यक्तिगत आयकर और एसटीटी शामिल होते हैं।